ब्यूरो रिपोर्ट: जहीन खान
➡ 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' के तहत नवजात बच्चियों की माताओं को केक और मिठाई भी वितरित की गई
➡ राज्य महिला आयोग की सदस्या ने संयुक्त जिला चिकित्सालय का निरीक्षण कर स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति जानी
➡ गिरते लिंगानुपात और कन्या भ्रूण हत्या पर जताई चिंता, बेटियों की शिक्षा व सुरक्षा को प्राथमिकता देने का दिया संदेश
श्रावस्ती। उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्या डॉ. प्रियंका मौर्या ने शुक्रवार को संयुक्त जिला चिकित्सालय, भिनगा का दौरा किया, जहां उन्होंने ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ योजना के तहत नवजात बच्चियों के जन्म पर कन्या जन्मोत्सव मनाया। इस दौरान उन्होंने नवजात बालिकाओं की माताओं को बेबी किट भेंट की और उन्हें केक व मिठाई खिलाकर खुशी साझा की।
इस मौके पर डॉ. प्रियंका मौर्या ने कहा कि यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप है, जिनका सपना है कि देश की बेटियां शिक्षित, सुरक्षित और आत्मनिर्भर बनें। उन्होंने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या को रोकना, गिरते लिंगानुपात में सुधार लाना और बालिकाओं को शिक्षा से जोड़ना इस योजना के प्रमुख उद्देश्य हैं।
डॉ. मौर्या ने नवजातों की माताओं से बातचीत करते हुए कहा, "बेटियां अभिशाप नहीं, वरदान हैं। बेटियों को भी वही अवसर दिए जाएं जो बेटों को मिलते हैं।" उन्होंने माताओं को यह भरोसा भी दिलाया कि सरकार हर कदम पर उनके साथ खड़ी है।
कार्यक्रम के उपरांत उन्होंने संयुक्त जिला चिकित्सालय का निरीक्षण किया और वहां मौजूद मरीजों एवं उनके तीमारदारों से संवाद किया। उन्होंने चिकित्सकों व अस्पताल प्रशासन को निर्देश दिए कि मरीजों को समुचित इलाज, दवाएं और अन्य स्वास्थ्य सेवाएं बिना किसी परेशानी के उपलब्ध कराई जाएं।
डॉ. प्रियंका मौर्या ने यह भी कहा कि महिला आयोग हर ज़िले में सक्रिय भूमिका निभा रहा है, ताकि महिलाओं को उनके अधिकार और सम्मान मिल सके। कार्यक्रम में अस्पताल स्टाफ, महिला हेल्थ वर्कर्स और स्थानीय जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे।
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