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जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित, संचारी रोग नियंत्रण व दस्तक अभियान की तैयारियों की समीक्षा

स्टेट ब्यूरो हेड: योगेंद्र सिंह यादव, उत्तर प्रदेश

शाहजहांपुर, 23 जून 2025। आगामी 1 जुलाई से 31 जुलाई 2025 तक संचालित होने वाले विशेष संचारी रोग नियंत्रण/दस्तक अभियान की तैयारियों को लेकर कलेक्ट्रेट सभागार में मुख्य विकास अधिकारी डॉ. अपराजिता सिंह की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग से लेकर अन्य समन्वयित विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया।

बैठक में आयुष्मान आरोग्य मंदिर, ज्योति अभियानई-संजीवनी कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा की गई, जिसमें अपेक्षित सुधार के निर्देश दिए गए। सीडीओ ने निर्देशित किया कि जो सीएचओ कार्य में लापरवाही कर रहे हैं, उन्हें चिन्हित कर सेवा से बाहर करने की कार्रवाई की जाए। साथ ही आभा आईडी बनाने की गति को भी बढ़ाने पर जोर दिया गया।

अभियान की प्रमुख तिथियां:

  • विशेष संचारी रोग नियंत्रण/दस्तक अभियान: 1 से 31 जुलाई 2025
  • दस्तक अभियान: 11 से 31 जुलाई 2025

मुख्य विकास अधिकारी ने सभी संबंधित विभागों को 27 जून तक कार्ययोजना प्रस्तुत करने का निर्देश दिया और बुखार व डायरिया प्रभावित क्षेत्रों की पहचान कर वहां विशेष ध्यान देने की बात कही। विद्यालयों में प्रतियोगिता आयोजित कर बच्चों को संचारी रोगों के प्रति जागरूक करने के भी निर्देश दिए गए।

सीडीओ ने की सख्ती:
कृषि व सिंचाई विभाग के अधिकारी बैठक से अनुपस्थित रहे, जिस पर नाराजगी जताते हुए उनका स्पष्टीकरण मांगा गया और वेतन रोकने के निर्देश दिए गए।

मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. विवेक कुमार मिश्रा ने बताया कि दस्तक अभियान के तहत आशा, एएनएम, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आदि घर-घर जाकर लोगों को एईएस, जेईएस, बुखार, संचारी रोगों की जानकारी देंगी। संदिग्ध रोगियों को 102/108 एम्बुलेंस के माध्यम से निकटवर्ती सीएचसी/पीएचसी पर पहुंचाया जाएगा। घरों में कूलर, टूटे बर्तन, टायर, फ्रिज ट्रे आदि की जांच कर मच्छरजनित रोगों से बचाव के लिए जागरूक किया जाएगा।

अन्य निर्देश और बिंदु:

  • पंचायतीराज, नगर निकाय, पशुपालन, कृषि सहित सभी विभाग समन्वय बनाकर कार्य करें
  • नालियों की सफाई, फॉगिंग, जल निकासी जैसे कार्य नगर निकायों द्वारा नियमित कराए जाएं
  • ग्राम प्रधानों व निगरानी समितियों को जनजागरूकता अभियान में सक्रिय किया जाए
  • संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरती जाए

बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे और स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित कार्यक्रमों की गुणवत्ता पूर्ण निगरानी पर बल दिया गया। संचालन की निगरानी हेतु सभी एमओआईसी को निरीक्षण और जन फीडबैक लेने के निर्देश भी जारी किए गए।

जिला प्रशासन का यह प्रयास जनपद में संचारी रोगों की रोकथाम हेतु एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में देखा जा रहा है।

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