ब्यूरो रिपोर्ट जहीन खान ✍️
बहराइच, 18 जून। जनपद में संभावित बाढ़ के खतरे को देखते हुए जिलाधिकारी मोनिका रानी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में एक अहम समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों को बाढ़ से पूर्व की तैयारियों को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
डीएम ने स्पष्ट निर्देश दिया कि बाढ़ की स्थिति से पहले ही खाद्यान्न, पशुओं के लिए चारा तथा अन्य आवश्यक संसाधनों की पूरी व्यवस्था कर ली जाए। उन्होंने कहा कि संकट की घड़ी में किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
वर्चुअल माध्यम से जुड़े उप जिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया कि नेपाल में होने वाली वर्षा पर सतत नजर बनाए रखें, क्योंकि वहां की बारिश का सीधा असर जनपद की नदियों पर पड़ता है। एसडीएम और बीडीओ को आदेश दिया गया कि पिछली बाढ़ से प्रभावित मजरों का स्थल निरीक्षण करें और स्थानीय लोगों से संवाद कर राहत एवं बचाव कार्यों के लिए प्रभावी योजना तैयार करें।
जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि बाढ़ संभावित क्षेत्रों के प्रभावशाली नागरिकों, ग्राम प्रधानों, पंचायत सचिवों, स्वास्थ्य विभाग, आईसीडीएस, ग्राम्य विकास आदि विभागों के क्षेत्रीय प्रतिनिधियों को साथ लेकर संयुक्त रणनीति बनाई जाए, जिससे आपदा की स्थिति में तत्काल सहायता पहुंचाई जा सके।
डीएम ने सभी विभागों को सचेत करते हुए कहा कि इस बार की तैयारियों में कोई ढिलाई नहीं होनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि राहत केंद्रों की सूची अद्यतन की जाए, नावों की उपलब्धता सुनिश्चित हो, और हर बाढ़ संभावित गांव में समुचित चेतावनी तंत्र सक्रिय किया जाए।
बैठक में सभी सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे और अपनी-अपनी तैयारियों की जानकारी जिलाधिकारी को दी।
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