स्टेट ब्यूरो हेड योगेन्द्र सिंह यादव ✍🏻
निगोही (शाहजहाँपुर), 19 दिसम्बर।
उप निदेशक पंचायती राज, बरेली के निर्देशानुसार राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के अंतर्गत विकासखंड निगोही के सभागार में ग्राम प्रधानों, पंचायत सहायकों एवं सचिवों के लिए ग्राम पंचायत की स्वयं की आय के स्रोत विषय पर आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण सत्र का समापन किया गया।
प्रशिक्षण के प्रथम दिवस का शुभारंभ मां सरस्वती के समक्ष पुष्प अर्पित कर किया गया। इसके पश्चात प्रतिभागियों का परिचय प्राप्त करते हुए स्वयं की आय के स्रोतों के उद्देश्य एवं महत्व पर विस्तृत संवाद किया गया। सत्र में ओएसआर (Own Source of Revenue) से ग्राम पंचायतों को होने वाले लाभ एवं ग्राम विकास में इसकी भूमिका पर गंभीर चर्चा हुई।
मास्टर ट्रेनर अमित कुमार ने बताया कि संविधान में केंद्र, राज्य एवं स्थानीय सरकार को मान्यता दी गई है, किंतु स्थानीय सरकार के रूप में ग्राम पंचायतों के आय स्रोत कमजोर हैं, जिसके कारण गांव अपेक्षित विकास नहीं कर पाए हैं। यदि ग्राम पंचायतें अपने आय के साधन स्वयं विकसित करें, तो पंचायतें आत्मनिर्भर बनेंगी और गांवों का सर्वांगीण विकास संभव होगा। उन्होंने प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष करों के माध्यम से आय सृजन के विभिन्न उपायों पर भी प्रकाश डाला।
प्रशिक्षण के द्वितीय दिवस में मास्टर ट्रेनर पूजा शुक्ला ने कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) के माध्यम से पंचायत भवन पर उपलब्ध कराई जा सकने वाली विभिन्न सरकारी योजनाओं एवं सेवाओं की जानकारी दी। साथ ही भविष्य में पंचायत भवनों में आधार सेंटर स्थापित होने तथा उनसे ग्रामवासियों को मिलने वाली सुविधाओं पर चर्चा की गई।
समापन सत्र में मास्टर ट्रेनर मुकेश दीक्षित द्वारा टीएमपी पोर्टल पर प्रतिभागियों की परीक्षा आयोजित कर प्रमाण पत्र वितरित किए गए। कार्यक्रम में ग्राम पंचायतों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का संकल्प दोहराया गया।

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