ब्यूरो चीफ: तशरीफ़ अली, मेरठ
मेरठ, 21 जून 2025। माछरा ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले दर्जनों परिषदीय स्कूलों में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस बड़े ही उत्साह और उल्लास के साथ मनाया गया। इस आयोजन का उद्देश्य बच्चों व शिक्षकों में योग के महत्व को जागरूक करना रहा।
आदर्श प्राथमिक विद्यालय नंबर दो बहरोड़ा, पीएम श्री बहरोड़ा, राधना, मानपुर, नगली किठौर, हसनपुर, केली, रछोती, शोल्दा, किठौर, शाहजहाँपुर, रहदरा, पसवाड़ा, जड़ौदा, गोविंदपुर सहित अन्य विद्यालयों में आयोजित योग कार्यक्रमों में सैकड़ों छात्र-छात्राओं और अध्यापकों ने भाग लिया।
कार्यक्रम को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी श्रीमती आशा चौधरी और खंड शिक्षा अधिकारी माछरा श्रीमती कुसुम सैनी के कुशल निर्देशन में आयोजित किया गया।
योग कार्यक्रम में प्रेमचंद, जावेद अली, मोहम्मद आरिफ, रामकिशन, उमेश कुमार, विरासत, संजय, रुचि, अभिनव, सायरा, अजहर, कविता, सविता शर्मा, ताजुल मलूक, चारु, अमरीश शर्मा, चांद मोहम्मद, अनिल कुमार, इमरान अहमद, सुजाता, अकबर हुसैन, इकबाल, जहरा, विपिन, इरफान, पूनम, नसीम, अर्पना, दीपक तोमर सहित अनेक अध्यापक मौजूद रहे।
जानकारी के अनुसार, पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2015 को पूरे विश्व में मनाया गया था। इस दिन करोड़ों लोगों ने योग करके एक नया रिकॉर्ड कायम किया था। योग न केवल शरीर को बल देता है, बल्कि मानसिक शांति और आत्मिक संतुलन भी प्रदान करता है। यही कारण है कि आज योग वैश्विक स्तर पर लोकप्रिय हो चुका है।
योग की उत्पत्ति वैदिक काल से मानी जाती है और इसे महर्षि पतंजलि द्वारा औपचारिक रूप में योगदर्शन के रूप में स्थापित किया गया। योग एक ऐसी प्रणाली है जो मन, शरीर और आत्मा में सामंजस्य स्थापित करती है।
योग के आठ अंग – यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान और समाधि – के माध्यम से यह साधना पूर्ण होती है।
भगवद्गीता में तीन प्रकार के योग – कर्मयोग, ज्ञानयोग और भक्तियोग – का उल्लेख किया गया है, जिनके माध्यम से व्यक्ति अपने जीवन को अनुशासित और आत्मनिर्भर बना सकता है।
इस अवसर पर विद्यार्थियों और शिक्षकों ने विभिन्न योगासनों का अभ्यास किया और योग के महत्व को समझा। कार्यक्रम का समापन 'योग ही जीवन है' के संकल्प के साथ हुआ।
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