स्टेट ब्यूरो हेड: योगेंद्र सिंह यादव, उत्तर प्रदेश
शाहजहांपुर, 22 जून 2025। पुलिस लाइन सभागार में आज पुलिस अधीक्षक शाहजहांपुर की अध्यक्षता में मासिक अपराध समीक्षा बैठक (क्राइम मीटिंग) का आयोजन किया गया। बैठक में अपर पुलिस अधीक्षक नगर एवं ग्रामीण, समस्त क्षेत्राधिकारी, थाना प्रभारी, शाखा प्रभारी (विशेषतः सर्विलांस, एसओजी, महिला हेल्प डेस्क, साइबर सेल आदि) एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
इस बैठक के साथ-साथ एक सैनिक सम्मेलन भी आयोजित किया गया, जिसमें पुलिस अधीक्षक ने अधीनस्थ कर्मचारियों की समस्याएं गंभीरता से सुनीं और उनके त्वरित निस्तारण हेतु संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
बैठक में पुलिस अधीक्षक द्वारा दिए गए प्रमुख निर्देश निम्नलिखित रहे:
● गंभीर अपराधों की गहन समीक्षा:
विगत माह में घटित हत्या, लूट, बलात्कार, चोरी, महिलाओं के विरुद्ध अपराध, साइबर अपराध आदि की समीक्षा की गई। जिन मामलों में अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई है, वहां प्राथमिकता के आधार पर कार्यवाही सुनिश्चित करने को कहा गया।
● लंबित विवेचनाओं का शीघ्र निस्तारण:
थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि वे लंबित विवेचनाओं की दैनिक समीक्षा करें और समयबद्ध, गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित करें। लापरवाही पाए जाने पर संबंधित विवेचक की जिम्मेदारी तय की जाएगी।
● वांछित एवं इनामी अपराधियों की गिरफ्तारी पर विशेष जोर:
अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु विशेष टीम बनाकर अभियान चलाने को कहा गया। गिरफ्तारी में शिथिलता बरतने पर संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई।
● महिला सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता:
महिला हेल्प डेस्क को सक्रिय रखने और महिलाओं-बालिकाओं से संबंधित मामलों में शीघ्र कार्यवाही के निर्देश दिए गए। स्कूल-कॉलेज के आसपास "एंटी रोमियो स्क्वाड" द्वारा प्रभावी गश्त सुनिश्चित करने को भी कहा गया।
● साइबर क्राइम के विरुद्ध अभियान:
बढ़ते साइबर अपराधों को देखते हुए साइबर सेल को और अधिक सक्रिय किया जाएगा। आमजन को साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए विशेष प्रचार अभियान चलाने के निर्देश दिए गए।
● गश्त व चेकिंग व्यवस्था को सुदृढ़ करने के निर्देश:
रात्रि गश्त, फुट पेट्रोलिंग व चेकिंग अभियान को और अधिक प्रभावी बनाने को कहा गया। विशेष रूप से बाजारों, हाइवे, एटीएम और अन्य भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए।
● जनशिकायतों के पारदर्शी निस्तारण की हिदायत:
थानों में प्राप्त जनशिकायतों का समयबद्ध और संतोषजनक निस्तारण सुनिश्चित करने की बात कही गई। प्रत्येक थाना स्तर पर “संतोषजनक संवाद” कार्यक्रम आयोजित करने का भी निर्देश दिया गया।
● त्योहारों और सामाजिक आयोजनों के दृष्टिगत सुरक्षा योजनाएं:
अगामी त्योहारों को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा व्यवस्था की रणनीति तैयार करने को कहा गया। खुफिया तंत्र को सक्रिय रखने, ट्रैफिक व्यवस्था बनाए रखने और कानून-व्यवस्था पर सतत निगरानी के आदेश दिए गए।
बैठक के अंत में पुलिस अधीक्षक ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे जनता से निरंतर संवाद बनाए रखें, थाना क्षेत्रों में सक्रियता बढ़ाएं और अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही सुनिश्चित करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि जनता की सुरक्षा, कानून-व्यवस्था की बहाली और अपराध नियंत्रण पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
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