स्टेट ब्यूरो हेड योगेन्द्र सिंह यादव ✍🏻
शाहजहांपुर, 2 नवंबर 2025
राज्य स्वच्छ गंगा मिशन, उत्तर प्रदेश के निर्देशों के अंतर्गत जिला गंगा समिति, शाहजहांपुर द्वारा प्राकृतिक कृषि विषयक कार्यशाला का आयोजन कृषि विज्ञान केन्द्र, नियामतपुर के प्रशिक्षण हॉल में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता उप कृषि निदेशक पी.के. मिश्रा ने की।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि भाजपा जिलाध्यक्ष के.सी. मिश्रा, उप प्रभागीय वनाधिकारी डॉ. सुशील कुमार, जिला युवा अधिकारी मयंक भदौरिया एवं जिला कृषि रक्षा अधिकारी संजय कुमार सहित अन्य अतिथियों ने माँ गंगा एवं माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलन कर किया।
मुख्य अतिथि श्री मिश्रा ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी परियोजना “नमामि गंगे” को एक ऐतिहासिक पहल बताया और किसानों को प्राकृतिक खेती की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि “रसायनमुक्त खेती से न केवल पर्यावरण संरक्षित रहेगा बल्कि लोगों का स्वास्थ्य भी बेहतर होगा।”
कार्यशाला में विशेषज्ञों के विचार:
👉 डॉ. एन. सी. त्रिपाठी (प्रभारी अधिकारी, केवीके) ने कहा कि आज अधिकांश बीमारियों की जड़ दूषित भोजन है और इसका समाधान प्राकृतिक खेती है, जिसमें गौपालन की महत्वपूर्ण भूमिका है।
👉 डॉ. नरेंद्र प्रसाद ने जैविक फसलों के वैज्ञानिक उत्पादन तरीकों पर प्रकाश डाला।
👉 डॉ. एच. एच. खान, डॉ. विमल कुमार और डॉ. महेश कुमार ने प्राकृतिक उर्वरक व कीटनाशक तैयार करने की विधियां बताईं।
👉 डॉ. विनय कुमार सक्सेना (जिला परियोजना अधिकारी, नमामि गंगे) ने इसे “निर्मल व अर्थ गंगा” अभियान का अभिन्न अंग बताया।
👉 राकेश कुमार पांडेय (एम.डी., गंगा भूमि फार्मर प्रोड्यूसर कम्पनी) ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि गौ-आधारित खेती में लागत न्यूनतम होती है और उत्पाद अधिक पौष्टिक व गुणवत्तायुक्त होते हैं।
व्यावहारिक प्रदर्शन और सलाह:
गंगा ग्राम एत्मादपुर चक के राजेश सक्सेना व उनकी टीम ने गौमूत्र, बेसन और गुड़ से जीवामृत बनाकर उसका प्रदर्शन किया।
वहीं डॉ. नेत्रपाल शर्मा (एपिडा, बासमती निर्यात निगम मेरठ) ने किसानों को प्राकृतिक रूप से बासमती उत्पादन व निर्यात प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केन्द्र, सिंधौली फार्मर प्रोड्यूसर लिमिटेड व गंगा भूमि फार्मर प्रोड्यूसर कम्पनी द्वारा लगाए गए प्रदर्शनी स्टॉलों का भी अवलोकन किया गया।
कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि द्वारा सभी वक्ताओं को प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया, जबकि उप प्रभागीय वनाधिकारी एवं डॉ. विनय कुमार सक्सेना ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।
📸 विशेष सहयोग: हिमांशु सक्सेना, राजवीर, मनीष व मनोज का उल्लेखनीय योगदान रहा।


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