विशेष संवाददाता लखनऊ
लखनऊ: महाकुंभ हादसे को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने कड़ा रुख अपनाया है। हादसे की गंभीरता को देखते हुए राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी आज प्रयागराज के दौरे पर जा रहे हैं, जहां वे घटनास्थल का निरीक्षण करेंगे और हादसे के कारणों की पड़ताल करेंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिए जांच के आदेश
हादसे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तत्काल प्रभाव से न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। इस संबंध में गृह विभाग के प्रमुख सचिव ने तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग के गठन की अधिसूचना जारी कर दी है। यह आयोग दुर्घटना के सभी पहलुओं की जांच करेगा, जिसमें प्रशासनिक लापरवाही, सुरक्षा चूक और आयोजन से जुड़ी संभावित खामियां शामिल होंगी।
मुख्य सचिव और डीजीपी का निरीक्षण
प्रयागराज पहुंचकर मुख्य सचिव और डीजीपी हादसे से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर जानकारी लेंगे, जिनमें—
- हादसे के प्रत्यक्षदर्शियों और पीड़ितों से बातचीत
- पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों से रिपोर्ट लेना
- सुरक्षा उपायों और भीड़ प्रबंधन की समीक्षा
- स्थानीय प्रशासन द्वारा उठाए गए तत्काल कदमों का आकलन
न्यायिक आयोग की भूमिका
तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग को जल्द से जल्द अपनी रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है। आयोग की जांच में निम्नलिखित बिंदुओं पर फोकस रहेगा—
- हादसे की वजह और जिम्मेदार कौन?
- प्रशासनिक लापरवाही हुई या नहीं?
- भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचाव के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं?
मुख्यमंत्री को सौंपी जाएगी रिपोर्ट
मुख्य सचिव और डीजीपी अपने दौरे के बाद पूरी रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपेंगे। इसके आधार पर सरकार दोषियों के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है और महाकुंभ आयोजन में सुधार के लिए नए दिशा-निर्देश जारी कर सकती है।
सरकार की प्राथमिकता: सुरक्षित महाकुंभ आयोजन
इस हादसे के बाद सरकार और प्रशासन की प्राथमिकता महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। सरकार द्वारा सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
आगे क्या?
- न्यायिक आयोग की रिपोर्ट का इंतजार किया जाएगा।
- रिपोर्ट आने के बाद सरकार जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई कर सकती है।
- महाकुंभ आयोजन की व्यवस्थाओं की समीक्षा कर सुधार किए जाएंगे।
सरकार और प्रशासन की ओर से पूर्ण पारदर्शिता और जिम्मेदारी के साथ इस हादसे की जांच की जा रही है। जनता को भी इस मामले में निष्पक्ष जांच की उम्मीद है।
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