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निपुण एसेसमेंट टेस्ट में टॉप-10 में पहुंचाने को लेकर कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक सम्पन्न

योगेन्द्र सिंह यादव, ब्यूरो चीफ, शाहजहांपुर

शाहजहांपुर। परिषदीय विद्यालयों में 25 अप्रैल 2025 को प्रस्तावित न्याय पंचायत स्तरीय शैक्षिक संगोष्ठी की तैयारियों के मद्देनज़र जिलाधिकारी द्वारा नामित पर्यवेक्षणीय अधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जिलाधिकारी ने की, जिसमें जनपद को निपुण एसेसमेंट टेस्ट 2025 में शीर्ष 10 जनपदों में स्थान दिलाने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए गए।

जिलाधिकारी ने कहा कि वर्ष 2024 की निपुण एसेसमेंट परीक्षा में जनपद की रैंकिंग 42वें स्थान पर रही, जिसे बेहतर बनाना जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने निर्देशित किया कि प्रत्येक कक्षा की शैक्षिक प्रगति की ज़िम्मेदारी किसी एक शिक्षक, शिक्षामित्र या अनुदेशक को दी जाए और आगामी संगोष्ठी में प्रत्येक कक्षाध्यापक यह रणनीति प्रस्तुत करें कि वे अपनी कक्षा को उच्च ग्रेड में कैसे लेकर जाएंगे।


माइक्रो ऑब्जर्वर की भूमिका में होंगे पर्यवेक्षणीय अधिकारी
जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि नामित पर्यवेक्षणीय अधिकारियों को माइक्रो ऑब्जर्वर की तरह संगोष्ठी की निगरानी करनी होगी और निर्धारित प्रपत्र में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी। उन्होंने कहा कि आवश्यकतानुसार शिक्षकों को सकारात्मक पुनर्बलन भी प्रदान किया जाए।

CDO का निर्देश: हर माह की बैठक में रहें उपस्थित
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि नामित पर्यवेक्षणीय अधिकारी प्रत्येक माह की न्याय पंचायत स्तरीय बैठक में सहभागिता करें और शिक्षकों के साथ हैंड होल्डिंग करते हुए स्कूलों को निपुण बनाए जाने की दिशा में कार्य करें। उन्होंने शिक्षकों के क्षमता संवर्धन पर बल दिया।

राज्य संदर्भ समूह द्वारा उन्मुखीकरण
बैठक में राज्य संदर्भ समूह के सदस्य डॉ. अरुण कुमार गुप्ता द्वारा पावरप्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से शिक्षक संकुल की अवधारणा, गठन के उद्देश्य, स्कूल रेडिनेस प्रोग्राम पर विस्तार से जानकारी दी गई। वहीं अश्वनी कुमार अवस्थी ने सुनहरी बाल वाटिका तथा अनुश्रवण प्रपत्र पर उपस्थित अधिकारियों का उन्मुखीकरण किया।

बैठक में सभी तहसीलों के उप जिलाधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी, राज्य संदर्भ समूह के सदस्य एवं नामित पर्यवेक्षण अधिकारी उपस्थित रहे।

यह संगोष्ठी न केवल शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार की दिशा में कदम है, बल्कि जनपद को निपुण भारत मिशन के लक्ष्य की ओर तेजी से अग्रसर करने का प्रयास भी है।

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