योगेन्द्र सिंह यादव, ब्यूरो चीफ, शाहजहांपुर
शाहजहांपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जान से मारने की धमकी देने वाले पत्र प्रकरण में सदर बाजार थाना पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए मामले का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इस पूरे षड्यंत्र का पर्दाफाश करते हुए एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जिसने व्यक्तिगत रंजिश के चलते पत्र भेजकर दो निर्दोष व्यक्तियों को फंसाने की कोशिश की थी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, दिनांक 6 अप्रैल 2025 को जन शिकायत प्रकोष्ठ कार्यालय, पुलिस अधीक्षक शाहजहांपुर में एक रजिस्ट्री पत्र प्राप्त हुआ था, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को 10 अप्रैल तक जान से मारने की धमकी दी गई थी। पत्र में ग्राम गुनारा, थाना जलालाबाद निवासी आबिद पुत्र मेंहदी अंसारी और नफीस पुत्र नबी हसन अंसारी के नाम शामिल थे, और पत्र आईएसआई एजेंट के रूप में खुद को बताते हुए भेजा गया था।
चूंकि मामला मुख्यमंत्री की सुरक्षा से जुड़ा था, अतः गंभीरता से लेते हुए थाना सदर बाजार में मु0अ0सं0 190/25 धारा 248, 319(2), 318(4), 338, 336(3), 340(2), 351(3) बीएनएस के तहत मुकदमा दर्ज कर निरीक्षक अपराध श्री विनोद कुमार यादव को जांच सौंपी गई।
जांच में हुआ बड़ा खुलासा
पुलिस टीम ने इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस, सीसीटीवी फुटेज और मैनुअल इनपुट के माध्यम से जब गहन विवेचना की, तो मामला कुछ और ही निकला। दोनों नामित अभियुक्तों के विरुद्ध कोई साक्ष्य नहीं मिला, बल्कि जांच के दौरान सामने आया कि ग्राम गुनारा निवासी अजीम पुत्र खुशबू अली ने निजी रंजिश के चलते यह पत्र खुद लिखा और जानबूझकर आबिद व नफीस को फंसाने की साजिश रची।
फर्जी पत्र भेजने के पीछे की साजिश
पूछताछ में अजीम ने बताया कि 2021 में उसके भाई की पत्नी जैनब अंजुम ने प्रधानी का चुनाव लड़ा था, जिसमें आबिद व नफीस ने विरोधी प्रत्याशी का समर्थन किया था। इसके अलावा अजीम पर पहले से धोखाधड़ी का मुकदमा सीतापुर में दर्ज है, जिसमें आबिद और नफीस ने उसके खिलाफ गवाही दी थी। इसी वजह से अजीम ने दोनों को फंसाने की योजना बनाई और मुख्यमंत्री को धमकी भरा पत्र उनके नाम से खुद लिखकर पोस्ट कर दिया।
गिरफ्तारी व बरामदगी
पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर अभियुक्त अजीम पुत्र खुशबू अली को गौशाला के पीछे, थाना रामचंद्र मिशन क्षेत्र से 08 अप्रैल 2025 को सुबह 7:25 बजे गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से एक मोटरसाइकिल (UP27BQ2164), सैमसंग A13 मोबाइल, और ₹21,000 नगद बरामद किए गए।
अभियुक्त का आपराधिक इतिहास:
- मु0अ0सं0 0388/22 धारा 4/25, थाना अल्लाहगंज
- मु0अ0सं0 390/23, धारा 34,420,467,468,471,504, थाना कोतवाली सीतापुर
- मु0अ0सं0 118/20, धारा 140,419,420,406 आदि, थाना जलालाबाद
- वर्तमान मु0अ0सं0 190/25, थाना सदर बाजार
पूछताछ में अभियुक्त ने किया कबूलनामा
अजीम ने बताया कि उसने ही पत्र लिखा और पुलिस अधीक्षक को रजिस्ट्री कर भेजा ताकि आबिद और नफीस को जेल भिजवा सके। उसका उद्देश्य था कि नफीस की अनुपस्थिति में उसकी जमीन पर कब्जा किया जा सके।
गिरफ्तारी टीम में शामिल अधिकारी:
- प्रभारी निरीक्षक अरविंद सिंह चौहान
- निरीक्षक अपराध विनोद कुमार यादव
- उ0नि0 रिंकू सिंह, सूरज सिंह
- कांस्टेबल विपिन नागर, आकाश कुमार
सदर बाजार पुलिस की यह कार्रवाई एक बड़ी साजिश का पर्दाफाश करते हुए न केवल निर्दोषों को बचाया, बल्कि एक अपराधी को भी सलाखों के पीछे पहुंचाया।
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