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🖊️ ब्यूरो रिपोर्ट : शशांक मिश्रा
मौन्दा मोड़, पारा थाना क्षेत्र में दर्दनाक सड़क हादसा — लखनऊ पब्लिक स्कूल की स्पोर्ट्स टीचर जूली यादव की मौके पर मौत
📍 स्थान: मौन्दा मोड़, पारा थाना क्षेत्र, लखनऊ
📅 तारीख: 09 नवम्बर 2025
लखनऊ। राजधानी लखनऊ में रविवार सुबह एक भीषण सड़क हादसे में 26 वर्षीय युवती जूली यादव पुत्री अजय यादव की दर्दनाक मौत हो गई।
घटना पारा थाना क्षेत्र के मौन्दा मोड़ पर स्थित अपैक्स हॉस्पिटल के पास की है, जहाँ तेज़ रफ़्तार इंडेन गैस सिलेंडर से लदी DCM ने जूली को टक्कर मार दी।
🕕 मोबाइल भूलना बना मौत का कारण
जानकारी के अनुसार, मृतका जूली यादव, निवासी मौन्दा गाँव, थाना काकोरी, सुबह करीब 6:00 बजे अपनी होंडा शाइन बाइक (UP 32 DY 8704) से लखनऊ पब्लिक स्कूल, आशियाना, जहाँ वह स्पोर्ट्स टीचर के पद पर कार्यरत थीं, के लिए निकली थीं।
मौन्दा मोड़ पहुँचने पर उन्हें ध्यान आया कि मोबाइल घर पर छूट गया है। वह जैसे ही मुड़कर घर लौटने लगीं, पीछे से आ रही तेज़ रफ्तार DCM ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी।
टक्कर इतनी भयंकर थी कि जूली बाइक से गिर पड़ीं और DCM का पहिया उनके ऊपर से निकल गया।
🚑 मौके पर मची अफरा-तफरी, पुलिस ने भेजा ट्रॉमा सेंटर
स्थानीय लोगों की सूचना पर पारा थाना पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। गंभीर रूप से घायल जूली को एंबुलेंस से ट्रॉमा सेंटर भेजा गया, जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
. युवती को एम्बुलेंस से ट्रामा सेंटर ले जाते हुएमृत्यु की खबर सुनते ही परिवार में कोहराम मच गया।
परिजन और ग्रामीण घटनास्थल पर एकत्र हो गए, वहीं चालक DCM लेकर फरार हो गया।
👨👩👧 परिवार में मचा मातम
जूली यादव अपने परिवार की लाड़ली बेटी थीं। जूली यादव स्टेट लेवल की एथलीट धावक थी।परिवार में उनके पिता अजय यादव, माँ, भाई अमन यादव और बड़ी बहन ज्योति (शादीशुदा) हैं।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है।
👮 पुलिस ने शुरू की जांच
घटना की जानकारी मिलते ही पारा थाना पुलिस और काकोरी थाने की संयुक्त टीम मौके पर पहुंची। पुलिस का कहना है कि आसपास लगे CCTV कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है, जिससे आरोपी चालक की पहचान जल्द की जा सके।
💬 स्थानीय लोगों में गुस्सा
स्थानीय नागरिकों ने बताया कि मौन्दा मोड़ पर आए दिन तेज़ रफ्तार वाहन दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं।
लोगों ने मांग की है कि इस स्थान पर स्पीड ब्रेकर, साइन बोर्ड और पुलिस की निगरानी की व्यवस्था की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।


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