ब्यूरो रिपोर्ट ✍️ जहीन खान
हैदरगढ़ (बाराबंकी), 11 जुलाई। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने मदरसा शिक्षा व्यवस्था में व्यापक सुधार और आधुनिकीकरण की दिशा में तेज़ी से कदम बढ़ा दिए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गठित उच्च स्तरीय समिति द्वारा तैयार कार्य योजना के अंतर्गत 15 जुलाई को दोपहर 12 बजे, इंदिरा भवन, लखनऊ के कक्ष संख्या 511 में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की जा रही है।
इस बैठक की अध्यक्षता अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के निदेशक आर. पी. सिंह करेंगे। इसमें राज्य के मदरसों से जुड़े शिक्षक संघों के प्रतिनिधि, प्रधानाचार्य, प्रबंधक और शिक्षणेत्तर कर्मचारी भाग लेंगे। बैठक का उद्देश्य मदरसा शिक्षा में गुणवत्ता सुधार, रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रमों का समावेश और डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देना बताया जा रहा है।
बाराबंकी जिले से इस बैठक में इरम मॉडल स्कूल लखनऊ के प्रबंधक सैयद ख्वाजा फैजी यूनुस को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है। वे प्रदेश के जाने-माने शिक्षाविद् हैं और मदरसा शिक्षा के आधुनिककरण के मजबूत पक्षधर माने जाते हैं।
इस अवसर पर सैयद ख्वाजा फैजी यूनुस ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अल्पसंख्यक कल्याण विभाग का आभार व्यक्त करते हुए कहा –
"हम सरकार के इस ऐतिहासिक प्रयास के लिए धन्यवाद देते हैं। यह कदम मदरसा शिक्षा को केवल धार्मिक दायरे तक सीमित नहीं रखेगा, बल्कि उसे तकनीकी और व्यवहारिक शिक्षा से जोड़कर समाज के मुख्यधारा में लाने का कार्य करेगा।"
उन्होंने कहा कि यदि इसी तरह से शासन-प्रशासन और समाज मिलकर कार्य करें तो मदरसा छात्र भी उज्जवल भविष्य की ओर अग्रसर हो सकेंगे।
बताया जा रहा है कि इस बैठक में कई नीतिगत प्रस्तावों पर चर्चा होगी, जिनमें स्मार्ट क्लास, डिजिटल पाठ्यक्रम, रोजगार उन्मुख विषयों की शुरुआत और शिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रमुख होंगे।
सरकार का यह कदम न केवल शिक्षा क्षेत्र में बदलाव लाने वाला साबित होगा, बल्कि यह सामाजिक समरसता और समावेशी विकास की दिशा में भी एक ऐतिहासिक पहल के रूप में देखा जा रहा है।
0 Comments