स्टेट ब्यूरो हेड: योगेंद्र सिंह यादव, उत्तर प्रदेश
शाहजहांपुर। जनपद में निपुण भारत मिशन के अंतर्गत चल रही पढ़ाई और मूल्यांकन व्यवस्था की समीक्षा को लेकर सोमवार को जिलाधिकारी धर्मेन्द्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में कैंप कार्यालय पर विशेष बैठक आयोजित की गई। बैठक में युग्मन (पेयरिंग) विद्यालयों और निपुण परीक्षा कार्यक्रम की प्रगति की समीक्षा की गई।
जिलाधिकारी ने 12 जुलाई को सम्पन्न हुई निपुण परीक्षा की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि हर कक्षा के लिए एक-एक नामित शिक्षक तैनात किया जाए, जो बच्चों को प्रेरित कर पढ़ाने का कार्य करें। साथ ही बच्चों को रोजाना पढ़ाई से जुड़ा लक्ष्य (टारगेट) दिया जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि बच्चों को पढ़ना-लिखना, गिनती और पहाड़े अनिवार्य रूप से आना चाहिए।
30 अगस्त को अगली निपुण परीक्षा, तैयारी के निर्देश
जिलाधिकारी ने घोषणा की कि अगली निपुण परीक्षा 30 अगस्त को आयोजित की जाएगी। इसके लिए समस्त तैयारियों को समय से पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कक्षा 6, 7 और 8 के लिए प्रश्नपत्रों की छपाई भी समय से सुनिश्चित कराने को कहा।
मूल्यांकन में लापरवाही पर सख्त कार्रवाई
12 जुलाई को हुई परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए पर्यवेक्षक तैनात किए जाएंगे। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि पर्यवेक्षक की उपस्थिति में परीक्षा और मूल्यांकन कार्य संपन्न हो। किसी भी स्तर पर लापरवाही की स्थिति में कठोर कार्रवाई की जाएगी। जिन विद्यालयों में सी, डी या ई ग्रेड अधिक आए हैं, वहां चेतावनी जारी करने के निर्देश भी दिए गए।
80% से कम परिणाम पर कार्रवाई
जिलाधिकारी ने चेतावनी दी कि यदि 30 अगस्त की परीक्षा में 80% से कम रिजल्ट आता है, तो प्रधानाध्यापक और संबंधित एबीएसए को प्रतिकूल प्रविष्टि दी जाएगी। वहीं यदि ई ग्रेड अधिक आती है, तो संबंधित अधिकारियों का वेतन व वेतनवृद्धि रोकी जाएगी।
विद्यालय पेयरिंग और जर्जर भवनों पर निर्देश
विद्यालय पेयरिंग की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि दूरी एक किलोमीटर से अधिक नहीं होनी चाहिए और केवल 50 से कम छात्र संख्या वाले विद्यालयों की ही पेयरिंग की जाए। उन्होंने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को पेयरिंग की पुनः जांच के निर्देश दिए।
जर्जर विद्यालय भवनों की समीक्षा में उन्होंने कहा कि कहीं भी खस्ताहाल इमारतों में कक्षाएं न चलाई जाएं, और ध्वस्तीकरण की कार्रवाई में तेजी लाई जाए।
बैठक में उपस्थित अधिकारी
इस बैठक में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी दिव्या गुप्ता, जिला विद्यालय निरीक्षक हरिवंश कुमार, जिला विकास अधिकारी ऋषि पाल सिंह सहित समस्त खंड शिक्षा अधिकारी उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी का यह संदेश स्पष्ट है कि शिक्षा की गुणवत्ता में कोई समझौता नहीं होगा, और लापरवाह कर्मियों पर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
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