सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, भावलखेड़ा, जनपद शाहजहाँपुर में कार्यरत आशा वर्कर अपने लंबित बकाया भुगतान की मांग को लेकर पिछले एक माह 10 दिनों से धरना-प्रदर्शन कर रही हैं। आशा कार्यकर्ताओं का कहना है कि कई बार प्रशासन को अवगत कराने के बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
आशा संघठन की जिला अध्यक्ष कमलजीत कौर ने बताया कि “हम 8 सितंबर 2025 से अपने परिश्रमिक के भुगतान की मांग को लेकर धरना दे रहे हैं, लेकिन शासन-प्रशासन ने अब तक ध्यान नहीं दिया। इस कारण हम सभी आशाओं का दो माह से कार्य प्रभावित हो रहा है।”
आशाओं का आरोप है कि बी०सी०पी०एम० एवं ब्लॉक प्रभारी के कारण उनका बकाया अटका हुआ है और इससे होने वाले नुकसान की भरपाई इन्हीं अधिकारियों से कराई जानी चाहिए।
उन्होंने बताया कि दीपावली पर्व को देखते हुए धरना-प्रदर्शन को 17 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक स्थगित किया गया है, ताकि त्यौहारों में किसी प्रकार की असुविधा न हो। लेकिन आशा वर्करों ने साफ कहा है कि —
“यदि हमारी मांगें इन 15 दिनों में पूरी नहीं हुईं, तो दीपावली के बाद पूरे जिले की सभी आशाएं उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगी, जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।”
इस आंदोलन को राष्ट्र शक्ति दल, भा.ज.पा. मंत्री सानिगी शर्मा, राष्ट्रीय शक्ति दल जिलाध्यक्ष बिन्दू सिंह, तथा आशा संगठन के जिला पदाधिकारियों — कमलजीत कौर (जिलाध्यक्ष), रविन्द्र (जिला मीडिया प्रभारी), और सुनिता त्रिपाठी (जिला सचिव) — का समर्थन प्राप्त है।
आशा वर्करों ने जिलाधिकारी शाहजहाँपुर से मांग की है कि उनके बकाया भुगतान का शीघ्र निस्तारण किया जाए, अन्यथा जिला स्तर पर आंदोलन और भी व्यापक रूप लेगा।
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