स्टेट ब्यूरो हेड योगेन्द्र सिंह यादव ✍🏻
प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार से आमजन को निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाएँ मिल रही हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट किया है कि सरकार का लक्ष्य गाँव से लेकर शहर तक हर नागरिक को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना है।
प्रदेश सरकार ने गरीब और कमजोर वर्गों को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य ढाँचे को मजबूत किया है। मरीजों को निःशुल्क इलाज, मुफ्त दवाइयाँ और आपातकालीन एम्बुलेंस सुविधा मुहैया कराई जा रही है। आयुष्मान भारत एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत 1.80 करोड़ परिवारों को प्रतिवर्ष 5 लाख रुपये तक का बीमा कवर उपलब्ध है। अब तक 5.32 करोड़ लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड जारी हो चुके हैं और 67.11 लाख से अधिक मरीज निःशुल्क इलाज का लाभ उठा चुके हैं।
प्रदेश में 5,854 सरकारी और निजी अस्पतालों को योजना से जोड़ा गया है। सरकार ने 11 जिलों में 50-50 बेड वाले एकीकृत चिकित्सालय स्थापित किए हैं, जहाँ सभी प्रकार की जाँच और इलाज की सुविधा उपलब्ध है।
एम्बुलेंस सेवा हुई और सशक्त
प्रदेश में वर्तमान में 4,890 अत्याधुनिक एम्बुलेंस संचालित हैं। 102 सेवा के अंतर्गत 2,270 एम्बुलेंस चल रही हैं, जिनसे केवल वर्ष 2024-25 (अप्रैल से दिसम्बर 2024) के बीच 1.21 करोड़ से अधिक मरीजों को लाभ मिला। पहले जहाँ औसत रेस्पॉन्स टाइम 9 मिनट 5 सेकंड था, अब घटकर 6 मिनट 25 सेकंड रह गया है।
इसी प्रकार, 108 सेवा के तहत 2,200 एम्बुलेंस सक्रिय हैं, जिनसे 46 लाख से अधिक मरीजों को लाभ पहुँचा। यहाँ औसत रेस्पॉन्स टाइम 16 मिनट 40 सेकंड से घटकर अब 7 मिनट 7 सेकंड रह गया है।
प्रदेश में 170 मोबाइल मेडिकल यूनिट संचालित हैं, जिन्होंने वर्ष 2024-25 में अब तक 19 लाख से अधिक मरीजों को ओपीडी व 4 लाख से अधिक लाभार्थियों को लैब टेस्ट की सेवा दी है। गंभीर मरीजों के लिए 250 एडवॉन्स लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस भी हर जिले में तैनात हैं, जिनसे 93 हजार से अधिक रोगियों को समय पर उपचार मिला।
मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य में सुधार
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना से प्रदेश की लाखों कामकाजी और मजदूरी करने वाली माताएँ लाभान्वित हुई हैं। इस योजना से माताओं को आर्थिक सहायता के साथ पोषण और आराम सुनिश्चित हुआ है। इसके चलते प्रदेश में प्रसव के दौरान मातृ मृत्युदर में उल्लेखनीय कमी आई है।
इसके अलावा, विशेष संचारी रोग नियंत्रण और ‘दस्तक’ अभियान के माध्यम से एईएस/जेई जैसी घातक बीमारियों पर प्रभावी नियंत्रण पाया गया है, जिससे मृत्युदर में 98 प्रतिशत से अधिक की कमी आई है।
सरकार का दावा है कि इन प्रयासों से न केवल आमजन को निःशुल्क और विश्वसनीय स्वास्थ्य सेवाएँ मिल रही हैं, बल्कि स्वास्थ्य क्षेत्र में प्रदेश की स्थिति भी लगातार मजबूत हो रही है।
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