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समर्थ उत्तर प्रदेश-विकसित उत्तर प्रदेश @2047’’ अभियान का शुभारंभ


स्टेट ब्यूरो हेड योगेन्द्र सिंह यादव ✍🏻 

शाहजहांपुर, 09 सितम्बर।
माननीय प्रधानमंत्री जी की दूरदर्शी पहल विकसित भारत@2047 की अवधारणा को साकार करने हेतु माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा उत्तर प्रदेश को वर्ष 2047 तक एक विकसित राज्य बनाने का संकल्प लिया गया है। इसी दिशा में आज अटल बिहारी वाजपेयी प्रेक्षागृह में ‘‘समर्थ उत्तर प्रदेश-विकसित उत्तर प्रदेश @2047’’ अभियान के अंतर्गत बैठक एवं कार्यशाला का आयोजन किया गया।

बैठक की अध्यक्षता प्रमुख सचिव खेल एवं नोडल अधिकारी श्री मनीष चौहान (आईएएस) ने की। इस अवसर पर जिलाधिकारी धर्मेन्द्र प्रताप सिंह, नगर आयुक्त डॉ. विपिन कुमार मिश्र, मुख्य विकास अधिकारी डॉ. अपराजिता सिंह सहित प्रबुद्धजन – श्री राकेश सिंह (सेवानिवृत्त आईपीएस), डॉ. पीबी सिंह (प्रोफेसर, एमजेपीआरयू बरेली), डॉ. एनसी त्रिपाठी (प्राध्यापक, एसवीपीएयूटी मेरठ) एवं श्री बसंत कुमार झा (सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता) उपस्थित रहे।

मुख्य बिंदु

  • नोडल अधिकारी मनीष चौहान ने बताया कि अभियान के तहत अर्थशक्ति, सृजनशक्ति व जीवनशक्ति थीम पर आधारित विजन डॉक्यूमेंट तैयार किया जाएगा।
  • यह विजन डॉक्यूमेंट 12 सेक्टर – कृषि, पशुधन संरक्षण, औद्योगिक विकास, आईटी एवं उभरती प्रौद्योगिकी, पर्यटन, नगर एवं ग्राम्य विकास, अवस्थापना, संतुलित विकास, समाज कल्याण, स्वास्थ्य, शिक्षा तथा सुरक्षा एवं सुशासन – पर केंद्रित होगा।
  • राकेश सिंह (सेवानिवृत्त आईपीएस) ने कानून व्यवस्था व शिक्षा सुधार की आवश्यकता पर बल दिया तथा विद्यार्थियों से सोशल मीडिया का सकारात्मक उपयोग करने की अपील की।
  • डॉ. पीबी सिंह ने कृषि उत्पादकता बढ़ाने हेतु नई तकनीक, उर्वरक व सिंचाई विधियों को अपनाने का सुझाव दिया।
  • डॉ. एनसी त्रिपाठी ने प्राकृतिक खेती, पराली प्रबंधन और मेड़ पर वृक्षारोपण के माध्यम से किसान की आय बढ़ाने की बात कही।

जनभागीदारी पर जोर

जिलाधिकारी धर्मेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि विजन डॉक्यूमेंट का उद्देश्य नागरिकों की आकांक्षाओं को संज्ञान में लेते हुए उन्हें विकास में भागीदार बनाना है। उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की कि वे अपने सुझाव ऑनलाइन पोर्टल https://samarthuttarpradesh.up.gov.in या सूचना सेतु एप के माध्यम से अवश्य साझा करें।

QR कोड स्कैन करके भी सुझाव दर्ज किए जा सकते हैं। इस प्रक्रिया को इतना सरल बनाया गया है कि किसान, विद्यार्थी, व्यापारी, गृहिणी – हर कोई तुरंत अपना विचार साझा कर सके। लक्ष्य है कि प्रत्येक परिवार से कम से कम एक फीडबैक अवश्य प्राप्त हो।

उपस्थित अधिकारीगण

जिला विकास अधिकारी ऋषि पाल सिंह, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी अनार सिंह, डीसी मनरेगा यशोवर्धन, उप कृषि निदेशक पीके सिंह, जिला कृषि अधिकारी विकास किशोर, जिला विद्यालय निरीक्षक हरिवंश कुमार सहित कई अधिकारी उपस्थित रहे।


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