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विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी की सख्ती — पारदर्शिता पर जोर, लापरवाही पर होगी कठोर कार्रवाई


स्टेट ब्यूरो हेड योगेन्द्र सिंह यादव ✍🏻 

लखनऊ, 6 नवम्बर 2025।
उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री नवदीप रिणवा ने आज सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों के साथ विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (Special Intensive Revision - SIR) की प्रगति की वर्चुअल बैठक कर समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि SIR के दौरान कहीं से भी गड़बड़ी या लापरवाही की शिकायत नहीं आनी चाहिए। उन्होंने सख्त निर्देश दिए कि मतदाता सूची में नाम जोड़ने और हटाने की प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी होनी चाहिए। कोई भी अपात्र व्यक्ति मतदाता सूची में शामिल न हो और सभी पात्र नागरिकों के नाम मतदाता सूची में अवश्य दर्ज हों।

उन्होंने सभी राजनीतिक दलों और मतदाताओं से विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण अभियान में सक्रिय सहयोग करने की अपील की।

बैठक में बताया गया कि सभी जनपदों में राजनीतिक दलों के साथ बैठकें पूरी हो चुकी हैं और बूथ लेवल एजेंट (BLA) नियुक्त करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही सभी जिलों में गणना प्रपत्र की छपाई पूरी कर ली गई है, जबकि वितरण की धीमी प्रगति वाले जिलों को गति बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि बीएलओ (BLO) को एडवांस वर्जन 8.7 बीएलओ ऐप डाउनलोड कर गणना प्रपत्र वितरण की प्रगति को ऑनलाइन अपडेट करना चाहिए। उन्होंने वर्ष 2003 की मतदाता सूची में दर्ज नामों की वर्तमान सूची से मैपिंग तीन दिनों में पूरी करने के निर्देश दिए।

उन्होंने “बुक ए कॉल विद बीएलओ” सुविधा का भी जिक्र करते हुए कहा कि मतदाता voters.eci.gov.in पोर्टल पर बीएलओ से बात करने का समय बुक कर सकते हैं, और बीएलओ को 48 घंटे के भीतर संपर्क करना होगा। यह सुविधा 1950 हेल्पलाइन की तरह प्रचारित की जाएगी।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने निर्देश दिए कि सभी जिलों में जिला सम्पर्क केन्द्र (DCC) स्थापित कर मतदाताओं की शिकायतों और प्रश्नों का समाधान किया जाए। किसी भी जिले में DCC से बात करने के लिए उस जिले का STD कोड लगाकर 1950 डायल किया जा सकेगा।

उन्होंने कहा कि SIR की दैनिक प्रगति रिपोर्ट मीडिया और सोशल मीडिया पर साझा की जाए, ताकि पारदर्शिता बनी रहे।

बैठक के दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी शामली के बिना सूचना अनुपस्थित रहने पर अप्रसन्नता व्यक्त की गई और स्पष्टीकरण तलब किया गया। साथ ही चेतावनी दी गई कि SIR के दौरान निर्देशों की अवहेलना या लापरवाही पाए जाने पर कठोर कार्यवाही की जाएगी।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि—

“मतदाता सूची लोकतंत्र की आधारशिला है। इसमें पारदर्शिता और सटीकता सुनिश्चित करना हम सभी की जिम्मेदारी है।”


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