स्टेट ब्यूरो हेड योगेंद्र सिंह यादव उत्तर प्रदेश ✍️
लखनऊ, 09 अक्टूबर 2025।
किसी भी देश की आर्थिक प्रगति उसकी औद्योगिक उन्नति और उत्पादों के वैश्विक निर्यात पर निर्भर करती है। गुणवत्तायुक्त वस्तुओं के निर्यात से न केवल विदेशी मुद्रा अर्जित होती है, बल्कि देश की आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ होती है। इसी दिशा में उत्तर प्रदेश सरकार निर्यातकों को सहयोग और प्रोत्साहन देकर प्रदेश के निर्यात को नई ऊँचाइयों पर ले जाने के लिए निरंतर प्रयासरत है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व में प्रदेश के प्रत्येक जनपद की स्थानीय निर्यात संभावनाओं की पहचान कर उन्हें पोटेंशियल एक्सपोर्ट हब के रूप में विकसित करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। इसके लिए आवश्यक अवस्थापना, लॉजिस्टिक, वित्त पोषण व अन्य सुविधाएँ उपलब्ध कराई जा रही हैं। समस्त 75 जनपदों में जिला निर्यात कार्य योजना को जिला निर्यात प्रोत्साहन समिति की स्वीकृति के साथ क्रियान्वित किया जा रहा है।
राज्य में जिला निर्यात प्रोत्साहन समितियों की नियमित बैठकों के माध्यम से निर्यातकों को हैंडहोल्डिंग सपोर्ट और आवश्यक प्रोत्साहन प्रदान किया जा रहा है। निर्यातकों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए विदेश व्यापार निदेशालय और भारत सरकार के अधिकारियों के साथ सतत संवाद की व्यवस्था की गई है। प्रत्येक कार्यालय में निर्यातक हेल्प डेस्क भी स्थापित की गई है।
निर्यात बढ़ाने के उद्देश्य से सरकार द्वारा संवाद सत्र, दक्षता संवर्धन कार्यक्रम और हैंडहोल्डिंग वर्कशॉप्स का आयोजन नियमित रूप से किया जा रहा है।
5 अप्रैल 2023 और 31 जुलाई 2023 को आयोजित क्षमता विकास कार्यक्रमों में निर्यात प्रक्रिया, एक्सपोर्ट क्रेडिट गारंटी, कस्टम प्रक्रियाएँ और Foreign Trade Policy–2023 जैसे विषयों पर विशेषज्ञों ने उद्यमियों को मार्गदर्शन दिया।
प्रदेश सरकार ने 16 दिसंबर 2024 को नई निर्यात नीति 2025–2030 के निर्माण के लिए निर्यात संवर्धन परिषदों, निर्यातक संघों और उद्यमियों के साथ विशेष संवाद सत्र आयोजित किया। इस अवसर पर निर्यात क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले उद्यमियों को सम्मानित भी किया गया।
सरकार ने विपणन विकास सहायता योजना और वायुयान भाड़ा युक्तिकरण योजना को पूर्णतः ऑनलाइन व पारदर्शी बनाया है। इसके अतिरिक्त लखनऊ में भारत सरकार के सहयोग से ट्रेड प्रमोशन सेंटर की स्थापना की जा रही है।
निर्यात अवस्थापना विकास योजना के अंतर्गत विभिन्न जनपदों में टेस्टिंग लैब, डिजाइन/पैकेजिंग, लेबलिंग, स्किल डेवलपमेंट और डिस्प्ले सेंटर जैसी सुविधाओं के विकास हेतु प्रस्ताव आमंत्रित किए गए हैं।
राज्य सरकार ने हस्तशिल्पियों, उद्यमियों और निर्यातकों को एक सशक्त विपणन मंच प्रदान करने के उद्देश्य से UP International Trade Show (UPITS–2024) का आयोजन 25 से 29 सितम्बर 2024 तक इंडिया एक्सपोज़िशन मार्ट, ग्रेटर नोएडा में किया।
इस शो में 2000 से अधिक उद्यमियों ने भाग लिया, जबकि 70 देशों के 500 ओवरसीज बायर्स ने स्टॉलों का भ्रमण कर व्यापारिक समझौते किए। नवोदित निर्यातकों को सब्सिडाइज्ड दरों पर स्टॉल भी उपलब्ध कराए गए।
इसके बाद 30 नवम्बर से 1 दिसम्बर 2024 तक गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण के तत्वाधान में गोरखपुर ट्रेड शो आयोजित हुआ, जिसमें विभिन्न जनपदों के 52 निर्यातकों ने अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया।
निर्यात प्रोत्साहन की श्रृंखला में भारत मण्डपम, प्रगति मैदान और यशोभूमि द्वारका, नई दिल्ली में 26 से 29 फरवरी 2024 तक भारत टेक्स–2024 इंटरनेशनल ट्रेड शो का आयोजन किया गया, जिसमें उत्तर प्रदेश ने पार्टनर स्टेट के रूप में सहभागिता की।
इस आयोजन में 46 वस्त्र निर्यात इकाइयों और 20 हस्तशिल्प एवं कारपेट निर्यात इकाइयों ने भाग लेकर वैश्विक खरीदारों से सीधे व्यावसायिक संवाद स्थापित किए।
इन सभी पहलों से यह स्पष्ट है कि उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेश को एक प्रमुख निर्यात हब के रूप में विकसित करने और वैश्विक व्यापार में अपनी मजबूत पहचान स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

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