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नहीं थम रहा किसानों का शोषण, गन्ना उतराई के नाम पर की जा रही अवैध वसूली

 

ब्यूरो रिपोर्ट – सुधीर सिंह कुम्भाणी, सीतापुर ✍️

सकरन (सीतापुर):
दि सेक्सरिया शुगर फैक्ट्री बिसवां के अंतर्गत आने वाले सांडा, अरुआ, हरैया, काजीपुर व बेलवा क्रय केंद्रों पर गन्ना उतराई के नाम पर किसानों से अब भी अवैध वसूली की जा रही है।
जिला गन्ना अधिकारी के आदेश के बाद भी यह उगाही थम नहीं रही, जिससे क्षेत्र के किसानों में गहरा रोष है।

जानकारी के अनुसार, इन केंद्रों पर गन्ना लेकर आने वाले किसानों से उतराई के नाम पर प्रति पर्ची 50 से 100 रुपये तक वसूले जा रहे हैं। जबकि 4 नवम्बर को जिला गन्ना अधिकारी रत्नेश त्रिपाठी ने सभी चीनी मिलों को स्पष्ट आदेश जारी किए थे कि क्रय केंद्रों पर उतराई शुल्क व ओवरलोडिंग तत्काल प्रभाव से बंद की जाए। इसके बावजूद मिल प्रबंधन व केंद्र प्रभारी आदेशों की खुली अवहेलना कर रहे हैं।

किसान नेता सुशील राज ने बताया कि “गन्ना उतराई के नाम पर प्रति पर्ची ₹100 वसूले जा रहे हैं। यदि यह बंद नहीं हुआ तो किसान यूनियन आंदोलन करेगी।”
किसान जितेंद्र मिश्रा ने कहा कि “पिछले वर्ष ₹50 वसूले जाते थे, इस वर्ष बढ़ाकर ₹100 कर दिए गए हैं — यह किसानों के साथ सरासर नाइंसाफी है।”
वहीं किसान नेता रामशंकर सिंह कछवाह ने बताया कि “जो किसान उतराई देने से मना करता है, उसकी ट्रॉली किनारे खड़ी करवा दी जाती है। जब तक पैसा न दे, तब तक गन्ना नहीं उतारा जाता।”

किसान मुन्ना मिश्रामोल्हे राम ने चेतावनी दी कि यदि वसूली बंद नहीं की गई तो किसान जल्द ही क्रय केंद्रों पर धरना-प्रदर्शन करेंगे।
ग्रामीण किसानों रामचंद्र सुकई नेता, मनोज मिश्रा, श्रवण सेठ, संतोष सिंह व शौकत अली ने आरोप लगाया कि “मिल प्रबंधन सरकारी आदेशों की अवहेलना करते हुए किसानों को लूटवा रहा है।”

किसानों की इस गंभीर शिकायत पर अब सबकी निगाहें जिला प्रशासन और मिल प्रबंधन की कार्रवाई पर टिकी हैं।

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