ब्यूरो रिपोर्ट: सुधीर सिंह कुम्भाणी
सकरन (सीतापुर)। विकास खंड सकरन में दूसरे प्रदेश का पोषाहार खुलेआम बिकने का मामला सामने आया है। ग्राम पंचायत सांडा स्थित फरीद किराना व जैद किराना स्टोर पर राजस्थान प्रांत का पोषाहार बिकता हुआ ग्रामीणों ने पकड़ा। पोषाहार के पैकेट पर समेकित बाल विकास सेवाएं के अंतर्गत “पोषाहार मीठा नमकीन” अंकित था।
जानकारी के अनुसार, गांव के एक व्यक्ति ने अपने बच्चे के लिए नमकीन मांगा, जिस पर दुकानदार ने वही पोषाहार उसे दे दिया। विरोध किए जाने पर दुकानदार दुकान बंद कर मौके से फरार हो गया। ग्रामीणों का कहना है कि यह कोई पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी क्षेत्र में आंगनबाड़ी केंद्र से पोषाहार बेचे जाने की शिकायतें सामने आ चुकी हैं, लेकिन विभागीय स्तर पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
सूत्रों के अनुसार सकरन क्षेत्र की करीब दर्जन भर दुकानों पर पोषाहार सामग्री जैसे चने का बेसन, रिफाइंड व दलिया का आटा आसानी से मिल जाता है। कुतुबापुर, नसीरपुर, सेमराकला, हसनापुर, अदवारी, पटना, मदनापुर, रसूलपुर, सांडा, काजीपुर, ताजपुर सलौली, बेलवा बसहिया और धर्मपुर जैसे गांवों के केंद्रों से इस तरह की जानकारी सामने आ रही है। कुछ लोगों का दावा है कि हर महीने संबंधित सुपरवाइजर को तय रकम दी जाती है, जिसके चलते यह अवैध कारोबार फल-फूल रहा है।
मामले में सीडीपीओ शबीना का कहना है कि यदि पोषाहार दूसरे प्रदेश का है तो उस पर विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर सकता। इस बयान के बाद विभागीय भूमिका और निगरानी व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।

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