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वार्षिक परीक्षाफल एवं पुरस्कार वितरण समारोह का भव्य आयोजन

ब्यूरो रिपोर्ट अमित गुप्ता सीतापुर 

बिसवां, सीतापुर (29 मार्च, शनिवार): सरस्वती शिशु मंदिर/शिशु वाटिका, पुरवारी टोला, बिसवां में सत्र 2024-25 के वार्षिक परीक्षाफल एवं पुरस्कार वितरण समारोह का भव्य आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम विद्यालय परिसर में उत्साह और उल्लास के वातावरण में संपन्न हुआ।

उद्घाटन समारोह

कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथियों के स्वागत एवं दीप प्रज्ज्वलन से हुई। मुख्य अतिथि श्री सुधाकर शुक्ला (सहकारी गन्ना विकास समिति के अध्यक्ष, सीतापुर जिले के भाजपा उपाध्यक्ष), श्री ऋतुराज (गतिविधियों के जिला प्रमुख, समाजसेवी), श्रीमती सीमा रस्तोगी (सदस्या, प्रबंध समिति), श्री महानारायण (सेवा भारती प्रमुख), विद्यालय के प्रबंधक श्री राम प्रताप वर्मा, कोषाध्यक्ष श्री मुन्ना लाल मौर्य, श्री चक्रपाणि दत्ता (नगर प्रचारक), श्रीमती अमृता गुप्ताश्रीमती उमा गुप्ता (मातृ भारती की सदस्याएँ), सह-प्रबंधक श्री राजेश चंद्र कपूर, श्री गुरुदत्त सिंह (बिसवां जिले के कुटुंब प्रबोधन प्रमुख), श्री जय सिंह (विभाग संगठन मंत्री), श्री रोहित मिश्र (पूर्व छात्र परिषद प्रमुख) एवं समाजसेविका श्रीमती रेनू मेहरोत्रा सहित अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।

प्रधानाचार्य का स्वागत भाषण

विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री रामानुज चौरसिया ने मंचासीन अतिथियों का हार्दिक स्वागत किया। उन्होंने विद्यालय की शैक्षिक और सह-शैक्षिक गतिविधियों, आगामी योजनाओं, कम्प्यूटर लैब, नवीन भवन एवं अन्य सुविधाओं की विस्तृत जानकारी अभिभावकों को प्रदान की। उन्होंने विद्यालय के शिक्षण पद्धति और संस्कारयुक्त शिक्षा पर भी प्रकाश डाला।

मुख्य अतिथि का उद्बोधन

मुख्य अतिथि श्री सुधाकर शुक्ला ने विद्यार्थियों को अनुशासन, समर्पण और परिश्रम के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि भारत को पुनः विश्वगुरु बनाने में विद्यार्थियों की अहम भूमिका होगी। उन्होंने सरस्वती शिशु मंदिर की राष्ट्रवादी शिक्षा प्रणाली की सराहना की और अभिभावकों को बच्चों के सर्वांगीण विकास में योगदान देने का आह्वान किया।

विद्यालय की गौरवशाली परंपरा

प्रधानाचार्य श्री रामानुज चौरसिया ने अपने संबोधन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं सरस्वती शिशु मंदिर की स्थापना और उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह संस्थान राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत विद्यार्थियों का निर्माण कर रहा है। उन्होंने बताया कि वर्ष 1952 में गोरखपुर में पहला सरस्वती शिशु मंदिर स्थापित हुआ था, और आज यह संस्था पूरे देश में शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है।

परीक्षाफल की घोषणा

विद्यालय के परीक्षा प्रमुख आचार्य श्री महेश कुमार मिश्र ने वार्षिक परीक्षाफल की घोषणा की। इस वर्ष 464 छात्रों ने परीक्षा में भाग लिया, जिनमें से सभी उत्तीर्ण हुए। परीक्षाफल निम्नानुसार रहा:

  • विशेष सम्मान: 149 छात्र
  • प्रथम श्रेणी: 183 छात्र
  • द्वितीय श्रेणी: 73 छात्र
  • तृतीय श्रेणी: 3 छात्र
  • प्रोत्तीर्ण: 50 छात्र

प्रतियोगिताओं और पुरस्कार वितरण

विद्यालय में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में छात्रों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। निम्नलिखित प्रतियोगिताओं में विजेता छात्रों को पुरस्कृत किया गया:

  • वेशभूषा प्रतियोगिता
  • बस्ता सज्जा प्रतियोगिता
  • वैदिक गणित प्रश्नमंच
  • विज्ञान प्रश्नमंच
  • गीता श्लोक प्रतियोगिता
  • निबंध प्रतियोगिता (कक्षा अष्टम के छात्र)

विजेता छात्रों को मुख्य अतिथि एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा पुरस्कार प्रदान किए गए। पुरस्कार प्राप्त कर छात्रों व उनके अभिभावकों के चेहरे खुशी से खिल उठे।

विद्यालय के विशेष सम्मान

विद्यालय के शिशुभारती प्रमुख आचार्य श्री पुष्पेंद्र जी ने कार्यक्रम का संचालन किया एवं विद्यालय की परंपरागत और आधुनिक शिक्षा प्रणाली पर प्रकाश डाला। इसके अतिरिक्त, 100% उपस्थिति के लिए विद्यालय के वाहन प्रमुख आचार्य श्री राजेश जी को सम्मानित किया गया।

समापन और आभार ज्ञापन

विद्यालय के प्रधानाचार्य ने सभी अतिथियों, अभिभावकों एवं आगंतुकों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का समापन शांति मंत्र के साथ हुआ, जिससे समारोह को आध्यात्मिक ऊर्जा मिली और सभी ने सकारात्मक ऊर्जा के साथ इसे विदाई दी।

यह भव्य समारोह सरस्वती शिशु मंदिर की गौरवशाली परंपरा एवं अनुशासनबद्ध शिक्षा प्रणाली को दर्शाने वाला एक प्रेरणादायक आयोजन रहा।


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