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प्राकृतिक कृषि कार्यशाला में बड़े गोवंश पालकों को किया गया सम्मानित

स्टेट ब्यूरो हेड: योगेंद्र सिंह यादव, उत्तर प्रदेश

शाहजहांपुर, 19 जुलाई।
पुवायां स्थित कैम्ब्रिज कॉन्वेंट स्कूल में प्राकृतिक कृषि पर एक दिवसीय प्रशिक्षण/कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह एवं राष्ट्रीय संगठन मंत्री बृजेन्द्र पाल सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

इस कार्यशाला में क्षेत्र के 500 किसानों को प्राकृतिक खेती के लिए प्रेरित किया गया। बहराइच से आए लोकभारती के सह-संयोजक व प्राकृतिक कृषक मगन बिहारी एवं अनिरुद्ध यादव ने किसानों को बीजामृत निर्माण की विधि विस्तार से समझाई।

कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी ने प्रमुख गोपालकों को सम्मानित किया। भैंसी नदी के संरक्षण में योगदान देने वाले लोकभारती के कर्मठ कार्यकर्ताओं एवं गोपालकों – संजीव मेहरोत्रा, सगीर (जेवाँ), सोबरन (अगौना) और अवनीश (जेवाँ) को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

जिलाधिकारी ने बताया कि पुवायां क्षेत्र की 70 ग्राम पंचायतों में लोकभारती के सहयोग से प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जाएगा। किसानों को रासायनिक खादों से मुक्ति दिलाकर देशी गाय आधारित खेती की ओर प्रेरित किया जाएगा। साथ ही, सिमरा वीरान गौशाला को गो-अभ्यारण्य में परिवर्तित करने की योजना पर कार्य शुरू हो चुका है।

उन्होंने बताया कि भैंसी नदी के पुनर्जीवन के बाद अब भद्रशीला नदी को भी वर्षा ऋतु के बाद पुनर्जीवित किया जाएगा। जिले की सभी सरकारी गौशालाओं में जीवामृत निर्माण का कार्य लोकभारती संस्था के माध्यम से किया जा रहा है। अभी तक 250 एकड़ में चारा बोया जा चुका है, जिसे बढ़ाकर 500 एकड़ किया जाएगा।

जिलाधिकारी ने बताया कि उनके कार्यकाल के आरंभ में जनपद में 6 वृहद गोशालाएं संचालित थीं, अब यह संख्या 10 तक पहुंच चुकी है और 10 नई गोशालाएं निर्माणाधीन हैं। इन 20 गोशालाओं में करीब 10,000 गोवंश का संरक्षण किया जाएगा। साथ ही मनरेगा के अंतर्गत 100 अन्य गौशालाएं भी संचालित की जा रही हैं।

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जिन लोगों ने सहभागिता के आधार पर गायें प्राप्त कीं और बाद में उन्हें छोड़ दिया, उनसे वसूली की जाएगी। इसके अतिरिक्त, 2 नए गो-अभ्यारण्य स्थापित किए जाएंगे, जिनके लिए भूमि चिह्नीकरण पूरा कर लिया गया है।

जिलाधिकारी ने यह भी घोषणा की कि भविष्य में पुवायां क्षेत्र के प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों को 100 से 200 देशी गायें पुरस्कार स्वरूप दी जाएंगी। साथ ही, प्राकृतिक खेती पर प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी, जिसमें उत्कृष्ट किसानों को पुरस्कृत किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि जिले में अब तक 57 लाख वृक्षों का रोपण किया गया है। इनके संरक्षण हेतु हर महीने की 9 तारीख को 200 अधिकारियों द्वारा निरीक्षण किया जाएगा। हाल ही में 25,000 सहजन के पौधों के साथ "सहजन वन" की स्थापना की गई है, वहीं "बजरंग वन" की स्थापना के लिए दो स्थलों का चयन भी किया जा चुका है।

इस अवसर पर विधायक बरखेड़ा स्वामी प्रवक्तानंद, गोरक्षपीठ के योगी हनुमंतनाथ, सह सचिव कुँवर नीरज सिंह, संजय उपाध्याय, विजय पाठक, बलवीर सिंह, श्यामनारायण, एवं कार्यक्रम अध्यक्ष सरदार सतेंद्र सिंह उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का संचालन नीरज सिंह और संजय उपाध्याय ने किया। बड़ी संख्या में किसानों ने कार्यक्रम में भाग लेकर गौ आधारित प्राकृतिक खेती करने का संकल्प लिया। जिलाधिकारी ने लोकभारती द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए प्रशासन की ओर से हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया।


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