स्टेट ब्यूरो हेड: योगेंद्र सिंह यादव, उत्तर प्रदेश
शाहजहांपुर, 19 जुलाई। जनपद शाहजहांपुर में नव चयनित अकादमिक रिसोर्स पर्सन (एआरपी) के लिए एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट), ददरौल में किया गया।
कार्यक्रम का उद्घाटन संस्थान की प्राचार्य श्रीमती सोनिया गुप्ता द्वारा किया गया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि निपुण भारत मिशन के लक्ष्यों की प्राप्ति में एआरपी की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। एआरपी का कार्य शिक्षकों की क्षमताओं को उभारना और उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षण के लिए प्रेरित करना होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य परियोजना कार्यालय द्वारा उपलब्ध कराए गए संसाधनों का प्रयोग कर शिक्षकों को योजना आधारित शिक्षण और वांछित अधिगम प्राप्त करने की दिशा में मार्गदर्शन देना एआरपी की जिम्मेदारी है।
प्राचार्य ने ज़ोर दिया कि प्रशिक्षण को एक रोजमर्रा की प्रक्रिया न मानते हुए इसे व्यावसायिक कौशल निखारने का अवसर समझा जाए। कार्यक्रम के पश्चात सभी एआरपी के कार्यों की समीक्षा बैठक भी आयोजित की गई।
कार्यक्रम में प्रवक्ता श्री बी.एल. मौर्य ने कहा कि अच्छे शिक्षण कार्य के माध्यम से ही बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों की प्रतिष्ठा को पुनः स्थापित किया जा सकता है। उन्होंने सरकारी स्कूलों में घटती छात्र संख्या पर चिंता जताते हुए कहा कि इसे रोकने के लिए रोचक शिक्षण और अभिभावकों-बच्चों से आत्मीय संबंध बनाना आवश्यक है।
कार्यक्रम के विभिन्न सत्रों में प्रभावी मेंटर की भूमिका, एआरपी के कार्य एवं उत्तरदायित्व, पूर्व-प्राथमिक शिक्षा और बाल वाटिका, सहयोगात्मक पर्यवेक्षण, दीक्षा एप का उपयोग, होम एजुकेशन प्लेटफॉर्म, और सक्रिय पुस्तकालय जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। इन सत्रों का संचालन राज्य संदर्भ समूह के सदस्य डॉ. अरुण कुमार गुप्ता, ममता शुक्ला और अश्विनी कुमार अवस्थी ने किया।
इस अवसर पर प्रवक्ता अतुल शुक्ला, एआरपी बृजेश गुप्ता, धर्मेंद्र प्रताप सिंह, अरुण त्रिपाठी, अनीता यादव, स्नेह लता, सुनील कुमार, आदित्य कुमार, सतवीर सिंह, ओमप्रकाश राजपूत, पृथ्वीराज, हरीकिशोर दीक्षित, जितेंद्र शर्मा, नवनीत तिवारी, नितेंद्र शर्मा, शुभम तिवारी सहित अन्य एआरपी उपस्थित रहे।
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