स्टेट ब्यूरो हेड: योगेंद्र सिंह यादव, उत्तर प्रदेश
शाहजहांपुर। काकोरी एक्शन शताब्दी वर्ष के अवसर पर जिला कारागार शाहजहांपुर में वरिष्ठ जेल अधीक्षक मिजाजी लाल की ओर से भव्य कवि सम्मेलन आयोजित किया गया, जिसका संयोजन हास्य व्यंग्य कवि विजय तन्हा ने किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों एवं कवियों द्वारा मां शारदे की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन और माल्यार्पण से हुआ। मां शारदे की वंदना लखनऊ की कवियित्री वर्षा श्रीवास्तव ने प्रस्तुत की।
वरिष्ठ जेल अधीक्षक मिजाजी लाल ने कहा कि कवि सम्मेलन न केवल बंदियों का मनोरंजन करता है, बल्कि उन्हें सद्मार्ग पर चलने की प्रेरणा भी देता है। हास्य कविताएं बंदियों को खुलकर हंसने का अवसर प्रदान करती हैं।
कार्यक्रम में कई चर्चित कवियों ने अपनी रचनाओं से समां बांधा—
- डॉ. इन्दु अजनबी ने मुक्तक के माध्यम से भावनात्मक अभिव्यक्ति दी – "मेरी बदली तुझे, इस बार बरसना होगा..."
- अशोक अग्निपथी ने ओजपूर्ण काव्य से जोश भरते हुए कहा – "यदि काकोरी की माटी का स्वर्णिम इतिहास नहीं होता..."
- कृष्ण कुमार मोर्य सरल ने देशभक्ति की रचना से सभी का मन मोह लिया – "राष्ट्र पर प्राण अर्पण का अमिट आमर्ष लिख देना..."
- विजय तन्हा ने हास्य के तड़के से श्रोताओं को गुदगुदाया – "बेटी की जगह यदि रीझ जाएं सासू जी..."
- संदीप अनुरागी ने अवधी अंदाज में हंसी का माहौल बनाया – "भोरहे शीशा मा मुह देखिन, तौ हनूमान कस फूला है..."
- वर्षा श्रीवास्तव ने गीतों से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया – "नहीं मैं अश्क जो आँखों से गिरा दी जाऊँ..."
- प्रदीप महाजन ने प्रेम पर हास्य व्यंग्य प्रस्तुत किया – "गर्लफ्रेंड नाम की प्रजाति एक होती ऐसी..."
- संजय शर्मा ने कृष्ण रास पर मधुर रचना सुनाई – "कृष्ण जब अपनी मुरली बजाने लगे..."
- बालकवि सुब्रत ने एकता और सद्भाव का संदेश दिया – "एक रहे सब नेक बने अखंड बनाएं ये भारत..."
इस अवसर पर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष वीरेंद्र पाल यादव, समाजसेवी हरि शरण बाजपेई, राजू बग्गा, पूनम मेहरोत्रा, जेल प्रशासन के जेलर कृष्ण मुरारी गुप्ता, डिप्टी जेलर कृष्ण कुमार पाण्डेय समेत अनेक गणमान्य उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के अंत में वरिष्ठ जेल अधीक्षक मिजाजी लाल ने सभी कवियों व अतिथियों का आभार व्यक्त किया।
0 Comments