स्टेट ब्यूरो हेड योगेन्द्र सिंह यादव ✍🏻
जिलाधिकारी महोदय के निर्देशन एवं जिला प्रोबेशन अधिकारी श्री गौरव मिश्रा के मार्गदर्शन में महिला कल्याण विभाग, शाहजहांपुर द्वारा प्राथमिक विद्यालय नवादा इन्देपुर में एक व्यापक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं और बालिकाओं को बाल विवाह की हानियों, महिला सुरक्षा तथा विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में जागरूक करना था।
कार्यक्रम की शुरुआत
जिला मिशन कोऑर्डिनेटर अमृता दीक्षित ने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए उपस्थित लोगों को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि बाल विवाह समाज में गहरी जड़ें जमाए एक बुरी प्रथा है, जो न केवल बच्चों के भविष्य को अंधकारमय बनाती है, बल्कि उनके स्वास्थ्य और शिक्षा के अधिकार को भी प्रभावित करती है। उन्होंने लोगों से अपील की कि यदि कहीं पर भी बाल विवाह की घटना हो, तो तुरंत चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 पर सूचना दें।
सरकारी योजनाओं की जानकारी
कार्यक्रम में महिलाओं और बालिकाओं को महिला कल्याण विभाग की प्रमुख योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया गया, जैसे–
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना – अनाथ एवं परित्यक्त बच्चों को सहायता।
वन स्टॉप सेंटर योजना – हिंसा पीड़ित महिलाओं के लिए एकीकृत सहायता केंद्र।
वृद्धा पेंशन एवं दिव्यांग पेंशन योजना – असहाय वृद्धजनों और दिव्यांगों के लिए आर्थिक सहायता।
सामूहिक विवाह योजना – निर्धन परिवारों की बेटियों के विवाह हेतु सहयोग।
राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना – आकस्मिक मृत्यु पर परिवार को सहायता।
प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना – गर्भवती महिलाओं को पोषण व स्वास्थ्य लाभ।
मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना – बालिकाओं के शिक्षा व विकास के लिए आर्थिक सहयोग।
निराश्रित महिला पेंशन योजना – पति विहीन एवं असहाय महिलाओं को पेंशन।
स्पॉन्सरशिप योजना – आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों के लिए सहयोग।
महिला सुरक्षा व हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी
कार्यक्रम में जेंडर स्पेशलिस्ट श्रीमती रश्मि देवी ने महिलाओं और बालिकाओं को महिला सुरक्षा से संबंधित हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यदि किसी भी महिला या बालिका को संकट की स्थिति उत्पन्न होती है तो वह तुरंत इन नंबरों पर संपर्क करें –
1098 – चाइल्ड हेल्पलाइन
1090 – वुमेन पावर लाइन
181 – महिला हेल्पलाइन
112 – आपातकालीन सेवा
108 – एंबुलेंस सेवा
102 – जननी एंबुलेंस सेवा
उन्होंने सभी को आश्वस्त किया कि इन नंबरों पर की गई शिकायत या सूचना पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
सहभागिता और प्रतिक्रियाएँ
इस कार्यक्रम में विद्यालय की अध्यापिकाएं, काउंसलर आरती त्रिवेदी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, ग्रामीण महिलाएं और बालिकाएं बड़ी संख्या में शामिल हुईं।
कुछ महिलाओं ने बताया कि उन्हें अब तक योजनाओं के बारे में सीमित जानकारी थी, लेकिन इस जागरूकता कार्यक्रम से उन्हें कई महत्वपूर्ण योजनाओं की जानकारी मिली। वहीं, बालिकाओं ने कहा कि अब वे बाल विवाह जैसी कुप्रथाओं का विरोध करने में सक्षम होंगी।
विभाग की अपील
महिला कल्याण विभाग ने यह भी संदेश दिया कि समाज के हर नागरिक का दायित्व है कि बाल विवाह को रोकें और महिलाओं व बच्चों के अधिकारों की रक्षा करें। विभाग ने सभी से अनुरोध किया कि वे इन योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचाने में सहयोग करें।
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