स्टेट ब्यूरो हेड योगेन्द्र सिंह यादव ✍🏻
शाहजहाँपुर 18 सितम्बर 2025। उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग, उत्तर प्रदेश द्वारा संचालित राजकीय फल संरक्षण एवं प्रशिक्षण केंद्र, शाहजहाँपुर के तत्वावधान में ग्राम कारीमकुआपुर, न्याय पंचायत ददरौल, विकास खण्ड ददरौल में मुख्यमंत्री खाद्य प्रसंस्करण ग्राम स्वरोजगार योजना के अन्तर्गत दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ। ग्राम प्रधान श्री विनोद कुमार एवं पूर्व प्रधान श्री रामपाल वर्मा ने संयुक्त रूप से फीता काटकर कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
प्रशिक्षण के दौरान विशेषज्ञों ने खाद्य प्रसंस्करण की महत्ता एवं तकनीकी प्रक्रियाओं—जैसे थर्मल स्टरलाइजेशन, पाश्चुराइजेशन, डिहाइड्रेशन, डीप-फ्रीजिंग और पैकेजिंग—की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि फल, सब्जियाँ, अनाज, दूध, मांस, अंडे, मसाले आदि को वैज्ञानिक तरीकों से लंबे समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है, जिससे कृषकों को उपज का बेहतर मूल्य और उपभोक्ताओं को पोषक आहार मिल सके।
प्रतिभागियों को खाद्य पदार्थों की स्वच्छता व गुणवत्ता नियंत्रण से जुड़ी आवश्यक बातें जैसे—हाथ धोना, नाखून काटना, एप्रन/हेडवियर/दस्ताने पहनना, धूम्रपान निषेध, रसोईघर की सफाई, स्वच्छ पानी और अपशिष्ट निस्तारण—के बारे में विस्तृत प्रशिक्षण दिया गया। साथ ही फलों से जैम, जेली, चटनी, अचार, मुरब्बा बनाने और मसाले सुखाने, पीसने, पैकिंग व लेबलिंग का प्रयोगात्मक प्रशिक्षण भी कराया गया।
कार्यक्रम में कृषि उत्पादों से जुड़े छोटे उद्योग—जैसे आलू चिप्स, पापड़, मूंग दाल, पेठा, सरसों व तिल तेल प्रसंस्करण—की स्थापना और विपणन की जानकारी दी गई। खाद्य प्रसंस्करण प्रभारी श्री असीम कुमार वर्मा ने बताया कि प्रशिक्षण उपरांत लाभार्थियों को लघु खाद्य प्रसंस्करण इकाई स्थापित करने हेतु प्रेरित किया जाएगा और प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने से लेकर इकाई स्थापना तक सहयोग मिलेगा। योजना के तहत परियोजना लागत का 50% (अधिकतम ₹1 लाख) तक मशीन एवं उपकरण पर अनुदान दिया जाएगा।
अंत में ग्राम प्रधान ने सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र वितरित किए। इस अवसर पर विषय विशेषज्ञ श्री वीरेंद्र कुमार पाली, उद्यमी श्री नरेश चंद्र, डी.आर.पी. पवन कुमार, अखलेश कुमार श्रीवास्तव समेत अनेक प्रशिक्षार्थी उपस्थित रहे।
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