लाखों खर्च कर बनवाए गए पत्थर तीन साल से ब्लॉक दफ्तर में धूल खा रहे
सीतापुर (सकरन)।
ग्राम पंचायतों में हुए विकास कार्यों का लोकार्पण अब तक अधर में है। कारण—प्रधानों की नाराज़गी।
मनरेगा और वित्त से 2023/24 में कराए गए खड़ंजा, इंटरलॉकिंग और सीसी रोड कार्यों के लिए सांसद, विधायक और ब्लॉक प्रमुख के नाम से शिलान्यास पत्थर बनवाए गए। पत्थरों पर लाखों रुपये खर्च हुए। लेकिन ग्राम प्रधानों ने इन्हें लगाने से इंकार कर दिया।
ग्राम प्रधानों का कहना है कि विकास कार्य पंचायत निधि से कराए गए हैं। ऐसे में श्रेय उनके बजाय जनप्रतिनिधियों को क्यों मिले? इसी नाराज़गी में पत्थर नहीं लगाए गए।
अवर अभियंता सुभाष चन्द्र वर्मा ने कहा—ग्राम पंचायतों को जानकारी देने के बावजूद लोकार्पण पत्थर नहीं लगाए गए।
🟦 पीएम आवास पर भी नहीं लगे नामपट्ट
2017/18 में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सकरन ब्लॉक की 85 ग्राम पंचायतों में घर बने। लाभार्थियों के नाम के पत्थर लगाने थे। पत्थर बनवाकर भुगतान भी करा लिया गया। लेकिन आज तक किसी घर पर नामपट्ट नहीं लगे। सारे पत्थर ब्लॉक और पंचायत सचिवालय में पड़े धूल खा रहे हैं।
0 Comments