प्रधान–सचिव की मिलीभगत से निकाली गई धनराशि, ग्रामीणों ने की जांच की मांग
सकरन (सीतापुर)। ब्यूरो रिपोर्ट – सुधीर सिंह कुम्भाणी
विकास खंड सकरन की ग्राम पंचायत बसैहिया कोठार में सरकारी धन के दुरुपयोग और भ्रष्टाचार का गंभीर मामला सामने आया है।
ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव पर आरोप है कि उन्होंने विकास कार्यों के नाम पर ढाई लाख रुपये से अधिक की धनराशि निकाल ली, जबकि जमीनी स्तर पर कोई कार्य नहीं कराया गया।
ग्रामीणों द्वारा उपलब्ध जानकारी के अनुसार —
वर्ष 2022 में पंचायत फंड से कुल ₹2,65,095 की धनराशि विभिन्न मदों में निकाली गई थी।
- 📅 23 मार्च 2022 को ह्यूम पाइप डालने के नाम पर — ₹34,875
- 📅 11 अप्रैल 2022 को उसी कार्य के नाम पर — ₹96,558
- 📅 17 मई 2022 को पंचायत भवन में लाइब्रेरी के लिए — ₹42,000
- 📅 19 जून 2022 को फर्नीचर के नाम पर — ₹91,662
लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि गांव में न कोई पाइप डले, न लाइब्रेरी दिखी, और न ही पंचायत भवन में कोई फर्नीचर लगाया गया।
ग्रामीण असलम, फैज़ अली, बकरीदी, सलीम और नरेश सहित कई लोगों ने इस पूरे मामले की शिकायत विभागीय अधिकारियों से की है। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रधान और सचिव ने सरकारी योजनाओं को “लूट का ज़रिया” बना लिया है और पंचायत विकास की जगह भ्रष्टाचार का गढ़ बन गई है।
खंड विकास अधिकारी श्रीश कुमार गुप्ता ने बताया कि —
“मामले की शिकायत प्राप्त हुई है। जांच कराई जा रही है, दोषियों के खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी।”
ग्रामीणों का सवाल है कि —
💬 “आख़िर कब तक विकास की रकम भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती रहेगी?”
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