विशेष संवाददाता लखनऊ
राजधानी लखनऊ में ट्रैफिक जाम की समस्या को नियंत्रित करने और यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए ई-रिक्शा संचालन में बड़ा बदलाव किया जा रहा है। शहर में अनियंत्रित ई-रिक्शा संचालन के कारण मुख्य चौराहों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में ट्रैफिक जाम की समस्या बढ़ती जा रही थी। इसे देखते हुए प्रशासन ने एक नई योजना तैयार की है, जिसके तहत ई-रिक्शा को जोन-वाइज कोडिंग के आधार पर चलाने और रूट निर्धारित करने की व्यवस्था लागू की जाएगी।
समिति का गठन
जिला प्रशासन और पुलिस विभाग ने इस योजना को प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए संयुक्त समिति का गठन किया है। डीएम और पुलिस कमिश्नर की देखरेख में बनी इस समिति में पांच वरिष्ठ अधिकारियों को शामिल किया गया है। यह समिति 25 फरवरी 2025 तक अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। इस रिपोर्ट में ई-रिक्शा संचालन से संबंधित जरूरी सिफारिशें दी जाएंगी, जो भविष्य में इस योजना को लागू करने में अहम भूमिका निभाएंगी।
योजना के प्रमुख बिंदु
1. जोन-वाइज कोडिंग
ई-रिक्शा को उनके संचालन क्षेत्र के अनुसार कोड दिया जाएगा।
प्रत्येक जोन का एक निर्धारित रूट होगा।
तय रूट से बाहर जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
2. भीड़भाड़ वाले इलाकों में सख्ती
मुख्य बाजारों, व्यस्त चौराहों और सरकारी कार्यालयों के आसपास अनियंत्रित ई-रिक्शा संचालन पर रोक लगाई जाएगी।
यातायात व्यवस्था को बनाए रखने के लिए भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में सख्त निगरानी रखी जाएगी।
3. यात्रियों को मिलेगी सुविधा
रूट तय होने के कारण यात्रियों को सफर में आसानी होगी।
प्रत्येक ई-रिक्शा चालक को अपने निर्धारित रूट पर ही यात्रियों को सेवा देने की अनुमति होगी।
आगे की कार्रवाई
समिति की सिफारिशों के आधार पर आगे की रणनीति तैयार की जाएगी। जरूरत पड़ने पर ई-रिक्शा संचालन को लेकर सख्त नियम भी लागू किए जा सकते हैं। इससे शहर के प्रमुख इलाकों में ट्रैफिक जाम की समस्या को कम करने में मदद मिलेगी।
प्रशासन का मानना है कि इस योजना से न सिर्फ ट्रैफिक व्यवस्था सुधरेगी, बल्कि यात्रियों को भी सुरक्षित और आरामदायक यात्रा का अनुभव मिलेगा।
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