स्टेट ब्यूरो हेड: योगेंद्र सिंह यादव, उत्तर प्रदेश
शाहजहांपुर। जनपद के पुलिस लाइन स्थित परिवार परामर्श केंद्र में सोमवार को पुलिस अधीक्षक शाहजहांपुर के निर्देशन में आयोजित काउंसलिंग सत्र के दौरान 16 मामलों की सुनवाई की गई, जिनमें से 3 दंपतियों को सफल समझौते के बाद विदा किया गया। यह पहल वैवाहिक जीवन में आई दरार को मिटाने की दिशा में एक सराहनीय प्रयास साबित हुई।
पहला मामला थाना निगोही क्षेत्र के एक नवविवाहित दंपति का था। उनकी शादी चार महीने पहले हुई थी, लेकिन महिला ने आरोप लगाया था कि उसे दहेज के लिए प्रताड़ित किया गया और वह केवल 17 दिन ही ससुराल में रह सकी। दोनों पक्षों को काउंसलिंग के लिए बुलाया गया, जहां आपसी संवाद और समझाइश के बाद दोनों साथ रहने के लिए राजी हो गए।
दूसरे मामले में थाना सदर बाजार के एक दंपति शामिल थे, जिनकी शादी को 14 वर्ष हो चुके हैं। पत्नी ने आरोप लगाया कि पति इलाज नहीं कराता, खर्चा नहीं देता और मारपीट करता है। महिला पिछले पांच महीनों से मायके में रह रही थी। काउंसलिंग के बाद दोनों में सुलह हो गई और वे साथ रहने को तैयार हो गए।
तीसरे मामले में थाना तिलहर के एक दंपति की तीन वर्ष पुरानी शादी में घरेलू विवाद चल रहा था। उनका एक बेटा भी है। परिवार परामर्श केंद्र में समझाइश के बाद दोनों में आपसी सहमति से समझौता हो गया और उन्हें विदा कर दिया गया।
इस मौके पर परिवार परामर्श केंद्र की प्रभारी उपनिरीक्षक मधु यादव, महिला मुख्य आरक्षी पूनम मिश्रा, महिला आरक्षी मोनिका रानी, करुणा व मोनिका भी मौजूद रहीं। इनकी सक्रिय भूमिका और संवेदनशीलता से यह समाधान संभव हो सका।
पुलिस प्रशासन की यह पहल सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने और दंपतियों को नया जीवन देने की दिशा में एक प्रभावी और मानवीय प्रयास है।
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