➡️ समझदारी और संवाद से सुलझे रिश्तों के तनाव
➡️ पति-पत्नी ने एक-दूसरे के साथ रहने का लिया संकल्प
स्टेट ब्यूरो हेड: योगेंद्र सिंह यादव, उत्तर प्रदेश
जनपद शाहजहांपुर के परिवार परामर्श केंद्र में आज दिनांक 25 जुलाई 2025 को पुलिस लाइन स्थित केंद्र में एक अहम बैठक आयोजित की गई। यह आयोजन पुलिस अधीक्षक शाहजहांपुर के कुशल निर्देशन में संपन्न हुआ, जिसमें कुल 30 पारिवारिक पत्रावलियों पर सुनवाई की गई तथा तीन दंपत्तियों को समझौते के बाद सकुशल विदा किया गया।
परिवार परामर्श केंद्र का उद्देश्य पारिवारिक विवादों को न्यायालय से पहले आपसी सहमति और संवाद से सुलझाना है। आज की सुनवाई में निम्नलिखित तीन प्रमुख मामलों का सफल निस्तारण किया गया:
1. थाना बंडा का मामला:
लगभग दो वर्ष पूर्व विवाह बंधन में बंधे दंपति के बीच विवाद इस हद तक पहुंच गया था कि पत्नी पिछले पांच महीनों से मायके में रह रही थी। पति व ससुराल पक्ष पर उत्पीड़न के आरोप थे। परामर्श केंद्र में बुलाकर दोनों पक्षों की शांतिपूर्ण वार्ता कराई गई, जिसमें आपसी सहमति बनी और दोनों ने साथ रहने का निर्णय लिया। उन्हें ससम्मान विदा किया गया।
2. थाना रोजा का मामला:
यह दंपति पिछले आठ वर्षों से विवाहित थे, लेकिन पति की शराबखोरी से तंग आकर पत्नी तीन महीने से मायके में रह रही थी। दोनों को केंद्र पर बुलाकर समझाइश दी गई और परामर्श के बाद पति ने सुधार का आश्वासन दिया। पत्नी ने भी समझदारी दिखाई और दोनों ने एक बार फिर साथ रहने का निर्णय लिया।
3. थाना कोतवाली का मामला:
इस दंपति की शादी को भी आठ वर्ष हो चुके थे। पत्नी ने पति द्वारा मानसिक उत्पीड़न की शिकायत की थी। दोनों पक्षों को बुलाकर गहन बातचीत कराई गई, जिसके बाद आपसी समझौते से विवाद समाप्त हुआ और दोनों ने साथ जीवन बिताने का निर्णय लिया।
इस अवसर पर उपस्थित रही टीम में शामिल थीं:
- महिला उपनिरीक्षक मधु यादव (प्रभारी, परिवार परामर्श केंद्र)
- महिला मुकदमा आरक्षी पूनम मिश्रा, मोनिका रानी, करुणा, पिंकी, मोनिका कुमारी
- परामर्शदाता श्रीमती शशि प्रभा कौशल
परिवार परामर्श केंद्र की इस पहल की सराहना करते हुए पुलिस अधिकारियों ने कहा कि समझदारी, संवाद और परामर्श से रिश्तों में फिर से विश्वास लौटाना संभव है। ऐसे प्रयास समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में अहम कदम हैं।
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