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📰 राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस पर शाहजहाँपुर में निकली विधिक जागरूकता रैली, संगोष्ठी में न्याय तक सबकी पहुँच पर जोर


 स्टेट ब्यूरो हेड योगेन्द्र सिंह यादव ✍🏻 

शाहजहाँपुर, 10 नवम्बर 2025।

राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस के अवसर पर स्वामी शुकदेवानंद विधि महाविद्यालय, शाहजहाँपुर में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, शाहजहाँपुर के तत्वावधान में विधिक जागरूकता रैली एवं संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ सुबह 10 बजे विधिक जागरूकता रैली से हुआ, जिसका नेतृत्व महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. जय शंकर ओझा एवं कुलानुशासक डॉ. अमित कुमार यादव ने किया। रैली में सह-संयोजक श्री प्रदीप कुमार सिंह, प्राध्यापक डॉ. मृदुल शुक्ला, श्री अरविंद कुमार सहित अनेक शिक्षक एवं विद्यार्थी शामिल हुए।

रैली के दौरान विद्यार्थियों ने आमजनों को राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (NALSA) की विभिन्न योजनाओं एवं 15100 टोल-फ्री नंबर की जानकारी दी, जिसके माध्यम से आम नागरिक निःशुल्क विधिक सहायता प्राप्त कर सकते हैं। विद्यार्थियों ने यह भी बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से विवादों का त्वरित और आपसी समाधान सुनिश्चित किया जाता है।

महाविद्यालय में संचालित विधिक सहायता केंद्र — जिसके संयोजक डॉ. अनिल कुमार शाह एवं सह-संयोजक श्री प्रदीप कुमार सिंह हैं — के माध्यम से जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सहयोग से आमजन को निःशुल्क विधिक परामर्श उपलब्ध कराया जाता है।

रैली के उपरांत महाविद्यालय परिसर में विधिक जागरूकता शिविर एवं संगोष्ठी का आयोजन हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री ओम प्रकाश मिश्र, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, शाहजहाँपुर रहे, जबकि अध्यक्षता प्रो. अवनीश मिश्र (सचिव, प्रबंध समिति) ने की।

श्री मिश्र ने कहा कि—

“कमजोर, निर्धन और असहाय लोगों को न्याय दिलाना ही हमारा परम धर्म है। विधिक सेवा प्राधिकरण का उद्देश्य यही है कि न्याय सबके द्वार तक पहुँचे।”

उन्होंने मध्यस्थता, लोक अदालत एवं स्थायी लोक अदालत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए बताया कि स्थायी लोक अदालत धारा 22-B के अंतर्गत जनहित सेवाओं जैसे बिजली, पानी, अस्पताल आदि से संबंधित मामलों को आपसी सुलह से निपटाने हेतु गठित की गई है।

कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रो. मिश्र ने विद्यार्थियों से कहा—

“विधि छात्र के रूप में हमें समाज की सहायता करने का दायित्व निभाना चाहिए। किसी जरूरतमंद को सहायता देना ही हमारे अध्ययन का सच्चा अनुभव है।”

विशिष्ट अतिथियों श्री दिनेश मिश्रा और श्री विवेक शर्मा ने LADCS की कार्यप्रणाली, मध्यस्थता प्रक्रिया और विधिक सहायता के महत्व पर विद्यार्थियों को विस्तृत जानकारी दी।

कार्यक्रम का संचालन श्रीमती रंजना खंडेलवाल और डॉ. दीप्ति ने किया। अंत में प्राचार्य डॉ. जय शंकर ओझा ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए “सबके लिए न्याय और समान अवसर” के उद्देश्य को साकार करने का संकल्प लिया।

कार्यक्रम में श्री अफजल खान, डॉ. पवन, डॉ. ज्योत्सना, श्री चंद्रशेखर, डॉ. विजय, श्री अशोक, भानु, अरुण सहित अनेक शिक्षकों और विद्यार्थियों का विशेष सहयोग रहा।

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