ब्यूरो चीफ: योगेंद्र सिंह यादव, शाहजहांपुर
शाहजहांपुर। विकास भवन सभागार में शुक्रवार को महिला सशक्तिकरण संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसकी मुख्य अतिथि रहीं मा. जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती ममता यादव और अध्यक्षता की मुख्य विकास अधिकारी डा. अपराजिता सिंह सिनसिनवार ने। इस आयोजन में विभिन्न विकास खंडों की स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने भाग लेकर अपनी प्रेरणादायक सफलताओं को साझा किया।
इस अवसर पर परियोजना निदेशक डी.आर.डी.ए. श्री अवधेश राम, खण्ड विकास अधिकारी भावलखेड़ा श्री अभिषेक अग्रवाल, डी.एम.एम. श्री प्रदीप यादव, बी.एम.एम. श्री मुकेश कुमार गौतम, बी.एम.एम. श्री विनय कुमार, सहित अनेक महिला बीएमएम एवं समूह की दीदियां उपस्थित रहीं।
उपायुक्त स्वतः रोजगार द्वारा कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया, जिसमें उन्होंने समूह से जुड़ने से पहले और बाद की स्थितियों में आए बदलावों पर चर्चा की। इस दौरान सिंधौली की बैंक सखी श्रीमती ज्योति सिंह ने बताया कि पहले वह आर्थिक रूप से असहाय थीं, पर समूह से जुड़ने के बाद बैंक में कार्य कर रही हैं और उन्हें मानदेय के अलावा बैंक द्वारा इन्सेंटिव भी प्राप्त होता है।
वहीं भावलखेड़ा की श्रीमती मनीषा मौर्या ने अपनी प्रेरणादायक कहानी साझा करते हुए बताया कि समूह से जुड़ने से पहले वह बच्चों की स्कूल फीस और बीमारी के खर्च जैसी जरूरतें भी पूरी नहीं कर पाती थीं। लेकिन राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत समूह को ₹15,000 रिवाल्विंग फंड और ₹1,10,000 सीआईएफ फंड मिलने के बाद उन्होंने सिलाई मशीन खरीदकर काम शुरू किया। आज उनके पास 6 सिलाई मशीनें हैं और वह अन्य दीदियों को रोजगार देकर आत्मनिर्भर बनी हैं।
इन प्रेरणादायक कहानियों पर मा. जिला पंचायत अध्यक्ष एवं मुख्य विकास अधिकारी ने समूहों की दीदियों की प्रशंसा की और उनके कार्यों को सराहनीय बताया।
कार्यक्रम के अंत में स्वयं सहायता समूहों के कैडरों (केयर टेकर, लखपति दीदी, ई-बुक कीपर, सीएलएफ पदाधिकारी) को प्रशस्ति पत्र एवं स्टॉल भेट कर सम्मानित किया गया। साथ ही परियोजना निदेशक डीआरडीए द्वारा मा. मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत भावलखेड़ा ब्लॉक के लाभार्थियों को आवास की चाभियां सौंपी गईं।
इस संगोष्ठी ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण उदाहरण प्रस्तुत किया, जहां ग्रामीण महिलाओं की मेहनत और संकल्प शक्ति ने उन्हें आत्मनिर्भरता की मिसाल बना दिया।
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