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डीएम की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति एवं नियमित टीकाकरण की बैठक सम्पन्न, चिकित्सकीय सेवाओं में लापरवाही पर सख्त कार्रवाई के निर्देश, सीएचओ की उपस्थिति अनिवार्य

ब्यूरो चीफ: योगेंद्र सिंह यादव, शाहजहांपुर

शाहजहांपुर, 20 मई 2025। कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी श्री धर्मेंद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति (शासी निकाय) एवं नियमित टीकाकरण की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में जनपद के जिला चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC), प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) एवं उपकेंद्रों में दी जा रही चिकित्सा सुविधाओं की समीक्षा की गई।

चिकित्सकीय सेवाओं में लापरवाही पर सख्त चेतावनी
जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सेवाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही पाए जाने पर संबंधित के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगीआयुष्मान आरोग्य मंदिरों में सीएचओ की अनुपस्थिति पर नाराज़गी जाहिर करते हुए उन्होंने MOIC को 100% उपस्थिति सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। फर्जी सत्यापन की स्थिति में मिलीभगत मानकर कठोर कार्रवाई की चेतावनी दी गई।

रात्रि निवास और आपातकालीन सेवाएं अनिवार्य
सभी प्रभारी चिकित्सकों को अपने तैनाती स्थल पर रात्रि निवास सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। निरीक्षण के दौरान गैरहाजिर पाए जाने पर कठोर दंडात्मक कार्रवाई की बात कही गई। उन्होंने कहा कि आपातकालीन सेवाओं में कोई लापरवाही बिलकुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी

गुणवत्ता युक्त सेवाओं पर जोर, टीकाकरण पर जागरूकता जरूरी
जिलाधिकारी ने कहा कि सामुदायिक एवं प्राथमिक केंद्रों में मरीजों को गुणवत्ता पूर्ण चिकित्सा सुविधा दी जाए। एमओआईसी, एएनएम, आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से व्यापक जागरूकता फैलाकर यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई बच्चा टीकाकरण से वंचित न रहे। डाटा फीडिंग में लापरवाही पर भी दंडात्मक कार्रवाई की चेतावनी दी गई।

निष्क्रिय आशाओं की सेवा समाप्त, आयुष्मान कार्ड पर कार्ययोजना
कम प्रगति वाले CHC व PHC को सुधार के निर्देश दिए गए। 70 वर्ष से अधिक आयु के वृद्धों के आयुष्मान कार्ड बनाए जाने के लिए खंड विकास अधिकारियों, प्रभारी चिकित्सकों, CHO और पंचायत सहायकों को संयुक्त कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए गए। कलान की 2 व पुवाया की 1 निष्क्रिय आशा कार्यकर्ता की सेवाएं समाप्त कर दी गईं।

प्राइवेट प्रैक्टिस पर सख्त रुख
जिलाधिकारी ने कहा कि यदि कोई चिकित्सक प्राइवेट प्रैक्टिस करते पाया गया, तो उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि ओपीडी में आने वाले मरीजों को समय पर सेवाएं, आवश्यक दवाएं और पूछताछ/रिसेप्शन की सक्रिय व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विवेक कुमार मिश्रा, राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य सहित अन्य स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।

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