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कवि कमलेश मौर्य ‘मृदु’ को रोटरी क्लब बरेली ने किया सम्मानित काव्य पाठ में देशभक्ति, हास्य और ओज से मोहा मन, जमकर बटोरी तालियाँ

संवाददाता: शरद बाजपेई, सीतापुर (बिसवां)

सीतापुर, 30 जून। जनपद के प्रतिष्ठित कवि साहित्य भूषण कमलेश मौर्य 'मृदु' को रोटरी क्लब बांस बरेली द्वारा आयोजित कवि गोष्ठी में सम्मानित किया गया। यह सम्मान क्लब की नियमित बैठक के अवसर पर आयोजित विशेष कवि सम्मेलन में प्रदान किया गया।

कार्यक्रम में वरिष्ठ पदाधिकारी वी.पी. खंडेलवालप्रेमप्रकाश गुप्त ने श्री मृदु को सम्मानित करते हुए उनकी साहित्यिक सेवाओं की सराहना की। इस अवसर पर खंडेलवाल और गुप्त जी का जन्मदिन भी हर्षोल्लास से मनाया गया, जहाँ सभी उपस्थितजनों ने उन्हें शुभकामनाएं दीं।

राष्ट्रीय कवि संगम के राष्ट्रीय मंत्री श्री कमलेश मौर्य 'मृदु' ने हास्य, व्यंग्य व ओज से भरपूर कविताएं प्रस्तुत कीं, जिन्हें श्रोताओं की भरपूर सराहना मिली। उनका शेर:

"तेरी खातिर प्यार का नया स्टाइल बन जाऊंगा,
अगर प्यार से छुओगी तो टच मोबाइल बन जाऊंगा।
यदि हमास सी कातिल नजर ने कत्ल किया मेरे दिल का,
तो छोड़ूंगा नहीं तुझे, मैं इजराइल बन जाऊंगा।।"

...पर सभागार तालियों से गूंज उठा।

देश की रक्षा शक्ति और आत्मनिर्भरता पर उन्होंने कहा:

"मिलाकर आंख दुनिया से ये भारत बात करता है,
पटखनी पर पटखनी दे जो, उससे घात करता है।
बुलेट, ए.के. 47 की कभी आयात करता था,
वहीं अब विश्व में ब्रह्मोस का निर्यात करता है।।"

कवि सम्मेलन में बरेली के वरिष्ठ गीतकार कमल सक्सेना ने भी देशभक्ति से ओतप्रोत रचना प्रस्तुत की:

"मिटेंगी हस्तियां तेरी, वतन तब याद आयेगा,
मिलेंगी ठोकरें, अपना वतन तब याद आयेगा।
विदेशी रंग में पलकर तेरी बेटी जवां होगी,
तुम्हें इस देश का चाल-चलन तब याद आयेगा।।"

कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय कवि संगम बरेली के जिलाध्यक्ष रोहित राकेश ने प्रभावशाली ढंग से किया, जबकि मनमोहन गुप्ता ने उपस्थितजनों के प्रति आभार व्यक्त किया।

कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। कवियों की वाणी में राष्ट्रभक्ति, सामाजिक चेतना और हास्य का अद्भुत संगम देखने को मिला, जिसने श्रोताओं को देर तक बाँधे रखा।

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