स्टेट ब्यूरो हेड योगेन्द्र सिंह यादव ✍🏻
राजकीय फल संरक्षण एवं प्रशिक्षण केंद्र, शाहजहाँपुर द्वारा 19 से 20 सितम्बर 2025 तक ग्राम मियापुर (न्याय पंचायत बिलंदपुर गद्दीपुर, विकास खण्ड सिंधौली) में मुख्यमंत्री खाद्य प्रसंस्करण ग्राम स्वरोजगार योजना अंतर्गत दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ ग्राम प्रधान श्री श्रीपाल पटेल ने फीता काटकर किया।
प्रशिक्षण के मुख्य बिंदु
- खाद्य प्रसंस्करण की परिभाषा एवं महत्व
विशेषज्ञों ने बताया कि फल, सब्जी, दाल, अनाज, दूध, मांस, अंडे, मसाले आदि को खराब होने से बचाकर लंबे समय तक सुरक्षित रखने और मूल्यवृद्धि करने की प्रक्रिया को खाद्य प्रसंस्करण कहा जाता है। - संरक्षण विधियां
डीप फ्रीजिंग, नमक, चीनी जैसे प्राकृतिक परिरक्षकों का उपयोग, उचित पैकिंग एवं लेबलिंग। - सफाई व स्वच्छता पर जोर
हाथ धोने, नाखून छोटे रखने, दस्ताने पहनने, धूम्रपान निषेध, शुद्ध जल व बर्तनों की साफ-सफाई की विस्तृत जानकारी। - उत्पाद निर्माण का प्रशिक्षण
जैम, जेली, नवरत्न चटनी, अचार, मुरब्बा आदि बनाने की विधि और मसालों को सुखाने व पीसने की प्रक्रिया का प्रदर्शन। - कृषि आधारित उद्योग
गेहूँ, चावल, मक्का, दालें, तिलहन, सरसों, मूंगफली आदि से संबंधित लघु उद्योगों की जानकारी। - गुणवत्ता नियंत्रण
व्यक्तिगत स्वच्छता, मास्क का प्रयोग, उपकरणों की सुरक्षा, कचरा प्रबंधन और पानी की निकासी पर विशेष ध्यान।
लाभार्थियों के लिए योजना
प्रशिक्षण उपरांत लाभार्थियों को लघु खाद्य प्रसंस्करण इकाई स्थापित करने हेतु प्रोत्साहित किया गया।
- अनुदान: परियोजना लागत का 50% (अधिकतम ₹1 लाख) मशीन/उपकरण हेतु।
- आवश्यकताएं: स्वयं अथवा किराए का भवन, मशीन उपकरण का कोटेशन और बैंक खाता स्टेटमेंट आदि।
प्रमुख उपस्थिति
खाद्य प्रसंस्करण प्रभारी श्री असीम कुमार वर्मा, विशेषज्ञ श्री वीरेंद्र कुमार पाली, उद्यमी श्री नरेश चंद्र, डीआरपी पवन कुमार, अखलेश कुमार श्रीवास्तव सहित कई प्रशिक्षार्थी—अमित पटेल, कार्तिक पटेल, ऋषभ पटेल, अवनीश, वर्मादीन, राजेश्वर प्रसाद आदि उपस्थित रहे।
समापन अवसर पर ग्राम प्रधान द्वारा सभी प्रशिक्षार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए।
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