ब्यूरो चीफ: योगेंद्र सिंह यादव, शाहजहांपुर
शाहजहांपुर। नशीले पदार्थों की रोकथाम को लेकर बुधवार को जिलाधिकारी धर्मेन्द्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में एक महत्वपूर्ण समन्वय बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में नारकोटिक्स, आबकारी विभाग, एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि “नशा न केवल व्यक्ति के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है, बल्कि समाज में अपराध और असामाजिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देता है।” उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनपद में नारकोटिक्स से जुड़ी अवैध गतिविधियों की पहचान कर उन पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
डीएम ने आबकारी विभाग को स्पष्ट निर्देश दिए कि अवैध कच्ची शराब के निर्माण और बिक्री पर पूर्ण रूप से रोक लगाई जाए। साथ ही मेडिकल स्टोर्स का नियमित निरीक्षण कर यह सुनिश्चित किया जाए कि नशीली दवाओं की अवैध बिक्री न हो।
जिलाधिकारी ने जिला विद्यालय निरीक्षक को स्कूलों और कॉलेजों में जांच अभियान चलाने और छात्रों को नशे के दुष्परिणामों से अवगत कराने के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नशीले पदार्थों की तस्करी पर प्रभावी नियंत्रण के लिए विभागों के बीच बेहतर समन्वय और त्वरित कार्रवाई आवश्यक है।
बैठक में मौजूद अधिकारियों ने अब तक की गई कार्रवाई की जानकारी दी और आगामी रणनीतियों पर चर्चा की। डीएम ने सभी विभागों को ‘जीरो टॉलरेंस नीति’ के तहत कार्य करते हुए जनपद को नशामुक्त बनाने के लिए ठोस प्रयास करने का निर्देश दिया।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी, अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण दीक्षा भंवरे, अपर जिलाधिकारी प्रशासन रजनीश कुमार मिश्रा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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