स्टेट ब्यूरो हेड: योगेन्द्र सिंह यादव, उत्तर प्रदेश
शाहजहाँपुर, 18 जुलाई 2025। कलेक्ट्रेट सभागार में शुक्रवार को बेसिक शिक्षा विभाग की मासिक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता जिलाधिकारी धर्मेन्द्र प्रताप सिंह ने की। बैठक में शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के उद्देश्य से कई सख्त निर्देश जारी किए गए। जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि अब शिक्षा व्यवस्था में लापरवाही किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बैठक में लिए गए प्रमुख निर्णय इस प्रकार हैं:
● बिना पूर्व अनुमति के अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों का 5 दिन का वेतन काटा जाएगा।
● शिक्षा मित्र और अनुदेशकों की तीन बार अनुपस्थिति पर सेवा समाप्त कर दी जाएगी।
● छात्र-छात्राओं को बुनियादी ज्ञान जैसे पहाड़े, समय देखना, राष्ट्रीय प्रतीकों और नेताओं के नाम याद होना अनिवार्य।
● हर महीने न्यूनतम दो बार ‘निपुण भारत’ टेस्ट कराना होगा, लगातार खराब प्रदर्शन पर शिक्षक जिम्मेदार।
● विद्यालयों के मुख्य द्वार पर 10-10 फूलों के पौधे लगाना अनिवार्य।
● VR सेट, अबेकस प्रशिक्षण और एस्ट्रो लैब के जरिए आधुनिक शिक्षा की शुरुआत।
370 विद्यालयों की जोड़ी का किया गया मूल्यांकन
बैठक में जिले में संचालित 370 पेयर किए गए विद्यालयों की स्थिति पर भी विस्तार से चर्चा की गई। जिलाधिकारी ने खण्ड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रत्येक ब्लॉक में विद्यालय शिफ्टिंग व शिक्षक उपस्थिति की रिपोर्ट 30 जुलाई तक प्रस्तुत करें। उन्होंने स्कूल तक पहुंचने वाले रास्तों की हालत का सर्वे कर एक सप्ताह में रिपोर्ट मांगी।
शिक्षा की गुणवत्ता पर विशेष बल
जिलाधिकारी ने कक्षा 5 तक के बच्चों के लिए न्यूनतम शिक्षा स्तर तय करते हुए कहा कि सभी बच्चों को 10 तक पहाड़े, दिन-महीने के नाम, राष्ट्रगान, 1 से 100 तक की गिनती (हिंदी व अंग्रेजी), तथा देश-राज्य के प्रमुख नेताओं के नाम कंठस्थ आने चाहिए। इस संबंध में उन्होंने आदेश जारी करने के निर्देश दिए।
निपुण भारत अभियान पर रहेगा खास फोकस
बैठक में जिलाधिकारी ने ‘निपुण भारत’ टेस्ट के आयोजन को अनिवार्य बताते हुए कहा कि हर महीने दो बार यह परीक्षा होनी चाहिए। यदि कोई बच्चा लगातार तीन-चार बार सी या डी ग्रेड लाता है तो उस विद्यालय और शिक्षक की जवाबदेही तय की जाएगी।
अनुपस्थिति पर सख्त कार्रवाई
जिलाधिकारी ने बिना अनुमति गैरहाजिर रहने वाले शिक्षकों को चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसी स्थिति में पांच दिन का वेतन काटा जाएगा। शिक्षा मित्र व अनुदेशक की तीन बार अनुपस्थिति पर सेवा समाप्त कर दी जाएगी। जरूरत पड़ी तो वेतनवृद्धि भी रोकी जाएगी और नोटिस जारी किया जाएगा।
स्कूलों को मिलेगा आधुनिक स्वरूप
बैठक में स्कूलों को शिक्षोन्मुख और सुंदर बनाने के लिए प्रत्येक स्कूल के मुख्य द्वार पर 10 फूलों के पौधे लगाने के निर्देश दिए गए। जलालाबाद ब्लॉक में एस्ट्रो लैब और VR सेट के माध्यम से बच्चों को आधुनिक शिक्षा से जोड़ने की योजना पर भी काम शुरू करने की बात कही गई।
अमान्य विद्यालयों पर कार्रवाई
अमान्य विद्यालयों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई की समीक्षा करते हुए बताया गया कि अब तक 67 अमान्य स्कूलों को बंद किया जा चुका है और हर एक पर ₹1 लाख का जुर्माना लगाया गया है।
इस बैठक में सीडीओ डॉ. अपराजिता सिंह, एडीएम वित्त व राजस्व अरविंद कुमार, बीएसए दिव्या गुप्ता सहित सभी खण्ड शिक्षा अधिकारी और समन्वयक उपस्थित रहे। जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों से अपील की कि वे गंभीरता व निष्ठा से कार्य कर जनपद की शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाएं।
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