स्टेट ब्यूरो हेड योगेन्द्र सिंह यादव ✍🏻
शाहजहांपुर।
जनपद की कई ग्राम पंचायतों में खुलेआम लापरवाही और मनमानी का सिलसिला जारी है। जिला पंचायत राज अधिकारी के तबादले और जिम्मेदारी अपर जिलाधिकारी (एडीएम) अरविंद कुमार पर होने के कारण सफाई कर्मचारी और ग्राम प्रधान बेलगाम हो गए हैं।
पंचायत सचिवालयों का हाल
- कई पंचायत घर कभी-कभार ही खुलते हैं, जबकि कंप्यूटर व अन्य सुविधाएं ग्राम प्रधान के घर पर पाई जा रही हैं।
- मुख्यमंत्री और जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद निचले स्तर पर कार्यप्रणाली अस्त-व्यस्त है।
चौंकाने वाला खुलासा : ढकिया बुजुर्ग गांव
ब्लॉक पुवायां की ग्राम पंचायत ढकिया बुजुर्ग में हालात सबसे खराब मिले।
- ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत घर सिर्फ नाम मात्र के लिए बना है और यहां पंचायत सहायक या ग्राम विकास अधिकारी शायद ही कभी आते हैं।
- कंप्यूटर सिस्टम और अन्य सुविधाएं प्रधान महेंद्र सिंह के घर से चलाई जा रही हैं।
- ग्रामीणों दुर्गेश सिंह, बृजेश सिंह और राहुल ने बताया कि पंचायत घर में रखी कुछ कुर्सियां तक टूटी पड़ी हैं।
पत्रकार को धमकी
ग्रामीण समस्याओं की कवरेज कर रहे पत्रकार को ग्राम प्रधान महेंद्र सिंह ने फोन पर धमकी दी।
- कॉल मोबाइल नंबर 9198XXXX580 से आया और प्रधान ने कहा:
“खबर छपने से कुछ नहीं होता, छापो फिर तुम्हें देख लेंगे।”
- प्रधान का यह बयान जनपद प्रशासन के लिए सीधी चुनौती है।
जिला प्रशासन की सीमाएं
- एडीएम अरविंद कुमार के पास बाढ़ प्रबंधन और अतिरिक्त चार्ज होने से नियमित निगरानी मुश्किल है।
- पूर्व में चकभिठारा गांव में पंचायत घर बंद मिलने पर एडीएम ने प्रधान और एडीओ पंचायत को फटकार लगाई थी, जिसके बाद सुधार हुआ।
- परंतु पूरे जनपद में अधिकांश पंचायतों में व्यवस्था ढर्रे पर नहीं है।
अधिकारियों की चुप्पी
- पुवायां खंड विकास अधिकारी से संपर्क की कोशिश नाकाम रही।
- कार्यवाहक जिला पंचायत राज अधिकारी (एडीएम अरविंद कुमार) का भी सीयूजी नंबर रिस्पॉन्ड नहीं कर पाया।
0 Comments