स्टेट ब्यूरो हेड योगेन्द्र सिंह यादव ✍🏻
शाहजहाँपुर, 13 अक्टूबर 2025।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भावलखेड़ा से जुड़ी आशा कार्यकत्रियों ने तीन वर्षों से बकाया भुगतान न मिलने को लेकर जिला मुख्यालय पर धरना जारी रखा है। जिला आशा संगठन की जिलाध्यक्ष कमलजीत कौर ने जिलाधिकारी शाहजहाँपुर को प्रेषित पत्र में आरोप लगाया है कि सीएचसी प्रभारी चिकित्सा अधिकारी भावलखेड़ा एवं वीसीपीएम शैलेन्द्र कुमार द्वारा वर्षों से आशाओं का भुगतान रोका गया है।
पत्र के अनुसार,
- आभा आईडी, सी-बैक फॉर्म, टीबीआई भुगतान, राज्य बजट, साड़ी वाउचर, और जेएसवाई प्रसव प्रोत्साहन राशि जैसी कई योजनाओं का भुगतान आशाओं को अब तक नहीं किया गया है।
- फाइलेरिया, पल्स पोलियो, और कुष्ठ खोजी अभियान सहित कई राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियानों का भुगतान भी वर्ष 2024 से लंबित है।
- मार्च से सितंबर 2025 तक के आशा वाउचर का भी कोई भुगतान नहीं हुआ है।
- इसके अतिरिक्त, प्रशिक्षण कार्यक्रमों और “दस्तक संचारी अभियान” का भी भुगतान अब तक नहीं मिला है।
आशा संगठन ने यह भी आरोप लगाया कि कुष्ठ और फाइलेरिया अभियानों में अधिकारियों द्वारा निजी व्यक्तियों को टीम में शामिल कर भुगतान अपने परिचितों के खातों में भेजा गया। संगठन ने इस पूरे मामले की जांच की मांग की है।
इसके साथ ही, धरना स्थल पर अनिकेत (एच.बी.) सुपरवाइजर पर भी आशा कार्यकत्रियों के साथ दुर्व्यवहार और धरने में बाधा डालने के आरोप लगे हैं। संगठन ने बताया कि धरने के दौरान एक आशा कार्यकत्री मनीषा का फोन जबरन छीना गया।
जिला आशा संगठन ने शासन से अनुरोध किया है कि
- सभी बकाया भुगतान तत्काल कराया जाए,
- तथा भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।
धरना 8 सितंबर 2025 से लगातार जारी है, परंतु अभी तक किसी अधिकारी द्वारा कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई है।
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