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📰 प्रदेश में आत्मनिर्भरता की नई उड़ान: प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम से बदल रही युवाओं की तकदीर


 स्टेट ब्यूरो हेड योगेन्द्र सिंह यादव ✍🏻 

शाहजहाँपुर, 11 नवम्बर 2025 — युवाओं को आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनाने के उद्देश्य से देश के मा० प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP) प्रदेश में नई उम्मीदों के साथ सफलता की कहानी लिख रहा है।

यह योजना खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग द्वारा संचालित की जा रही है, जिसके माध्यम से देशभर के बेरोजगार युवाओं को अपना स्वयं का रोजगार प्रारंभ करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है।


🔹 युवाओं को मिल रहा स्वावलंबन का अवसर

इस योजना के तहत निर्माण क्षेत्र में 50 लाख रुपये तक एवं सेवा या व्यापार क्षेत्र में 20 लाख रुपये तक की परियोजनाओं के लिए ऋण सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के युवा इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।

योजना का उद्देश्य है — “नौकरी मांगने वाले नहीं, नौकरी देने वाले युवा तैयार करना।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में प्रदेश में इस दिशा में निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।


🔹 पात्रता एवं आवेदन प्रक्रिया

इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदक की न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी चाहिए।
आवेदन ऑनलाइन माध्यम से किया जा सकता है, जिसमें आधार कार्ड, पैन कार्ड, जाति व निवास प्रमाणपत्र, शैक्षिक योग्यता प्रमाणपत्र, मोबाइल नंबर और पासपोर्ट साइज फोटो अनिवार्य रूप से संलग्न करने होते हैं।

सहायता प्राप्त करने के लिए जिला उद्योग केंद्र (DIC), खादी ग्रामोद्योग बोर्ड (KVIB) या खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) से संपर्क किया जा सकता है।


🔹 इन क्षेत्रों में शुरू किए जा सकते हैं उद्योग

  • वन आधारित उद्योग
  • खनिज आधारित उद्योग
  • खाद्य प्रसंस्करण
  • कृषि आधारित इंजीनियरिंग
  • रसायन आधारित उद्योग
  • वस्त्रोद्योग (खादी को छोड़कर)
  • सेवा उद्योग
  • गैर परंपरागत ऊर्जा आधारित उद्योग

🔹 अब तक का प्रभाव

वित्तीय वर्ष 2017-18 से अब तक 30,659 लाभार्थियों/इकाइयों को ₹944.18 करोड़ मार्जिन मनी वितरित की गई, जिससे 3,07,937 से अधिक लोगों को रोजगार मिला है।

ग्रामीण क्षेत्रों में सामान्य वर्ग को 25% व आरक्षित वर्ग/महिला उद्यमियों को 35% तक का अनुदान मिलता है, जबकि शहरी क्षेत्रों में यह क्रमशः 15% और 25% है।
तीन वर्ष तक इकाई के सफल संचालन के बाद यह राशि छूट (सब्सिडी) के रूप में परिवर्तित हो जाती है।


✳️ निष्कर्ष

प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP) न सिर्फ़ बेरोजगारी कम करने का माध्यम है, बल्कि युवाओं को आत्मनिर्भर भारत की दिशा में अग्रसर करने का सशक्त प्रयास भी है।
यह योजना आज उन लाखों युवाओं के सपनों को साकार कर रही है, जो अपने हुनर के बल पर रोजगार सृजन का संकल्प लेकर आगे बढ़ रहे हैं।



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