रिपोर्ट : स्टेट ब्यूरो हेड योगेन्द्र सिंह यादव✍️
आज का दिन शाहजहाँपुर की धरती के लिए गौरव और सम्मान का दिन साबित हुआ। जिले के हथौड़ा चौराहे पर बने “परमवीर चक्र विजेता नायक जदुनाथ सिंह स्मृति द्वार” का उद्घाटन उत्तर प्रदेश सरकार के वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना ने फीता काटकर किया। स्मृति द्वार का लोकार्पण होते ही वातावरण भारत माता की जय और शहीद अमर रहें जैसे नारों से गूँज उठा।
नायक जदुनाथ सिंह का इतिहास
नायक जदुनाथ सिंह, जो शाहजहाँपुर जनपद की माटी के लाल थे, ने 1947-48 के भारत-पाक युद्ध में असाधारण साहस और पराक्रम का प्रदर्शन किया था। जब दुश्मन ने भारी संख्या में आक्रमण किया, तब उन्होंने सीमित संसाधनों के बावजूद दुश्मन की टुकड़ी को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया। अंततः उन्होंने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। उनकी इसी वीरता के लिए उन्हें मरणोपरांत परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया।
स्मृति द्वार का निर्माण उनके बलिदान को अमर बनाने और नई पीढ़ी को राष्ट्रभक्ति की प्रेरणा देने के उद्देश्य से जिला पंचायत द्वारा कराया गया है।
📌 उद्घाटन समारोह का दृश्य
कार्यक्रम में भारी संख्या में स्थानीय नागरिक, जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता और छात्र-छात्राएँ शामिल हुए। मंत्री श्री सुरेश खन्ना ने द्वार का उद्घाटन करते समय कहा –
“यह स्मृति द्वार केवल एक प्रतीक नहीं, बल्कि हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए राष्ट्रभक्ति, साहस और त्याग का संदेश देने वाला एक जीवंत स्मारक है। नायक जदुनाथ सिंह जैसे वीर सपूतों के कारण ही आज हम स्वतंत्रता और सुरक्षित जीवन जी पा रहे हैं।”
🤝 माननीय मंत्री का जनसंपर्क और निरीक्षण
उद्घाटन समारोह के उपरांत मा0 मंत्री ने ग्राम जानकी नगर का दौरा किया, जहाँ ग्रामीणों ने आवा-गमन की समस्याओं से अवगत कराया। सड़क की जर्जर स्थिति देखकर मंत्री ने तत्काल उप जिलाधिकारी सदर को मौके पर ही निर्देश दिया कि शीघ्र समाधान सुनिश्चित हो।
उन्होंने कहा कि सरकार ग्रामीण अंचलों के विकास के लिए संकल्पबद्ध है और आमजन की सुविधा ही हमारी पहली प्राथमिकता है।
👥 उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
इस अवसर पर सांसद अरुण कुमार सागर, जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष वीरेंद्र पाल यादव, समाजसेवी अजय प्रताप यादव, स्थानीय जनप्रतिनिधि और जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे। सभी ने शहीद नायक जदुनाथ सिंह के योगदान को याद करते हुए पुष्पांजलि अर्पित की और स्मृति द्वार को वीरता की गाथा का प्रतीक बताया।
🙏 स्थानीय जनता की प्रतिक्रिया
स्थानीय निवासियों ने कहा कि यह स्मृति द्वार क्षेत्र की शान बनेगा। युवा वर्ग ने इसे “राष्ट्रप्रेम और बलिदान का पाठ पढ़ाने वाली धरोहर” बताया। उद्घाटन समारोह के दौरान बुजुर्गों की आँखों में गर्व के आँसू और बच्चों के चेहरे पर उत्साह साफ झलक रहा था।
🚩 संदेश
स्मृति द्वार से होकर गुजरने वाला हर व्यक्ति नायक जदुनाथ सिंह के अदम्य साहस को याद करेगा और राष्ट्रहित के लिए बलिदान देने की प्रेरणा पाएगा। यह द्वार केवल ईंट और पत्थर का ढाँचा नहीं, बल्कि देश की अमर गाथा का सजीव प्रतीक है।
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