प्रशासन से ठेका रद्द करने की मांग, विरोध प्रदर्शन की दी चेतावनी
लखनऊ। पंडित खेड़ा, कृष्णा नगर में खोले जा रहे देसी शराब के ठेके को लेकर स्थानीय महिलाओं में भारी आक्रोश है। महिलाओं ने इस फैसले का कड़ा विरोध करते हुए प्रशासन से मांग की है कि ठेके को यहां स्थापित न किया जाए। उनका कहना है कि शराब ठेका खुलने से इलाके में असामाजिक गतिविधियां बढ़ सकती हैं, जिससे महिलाओं और बच्चों को असुरक्षा की स्थिति का सामना करना पड़ेगा।
महिलाओं ने किया विरोध, कहा- ठेका किसी अन्य स्थान पर ले जाया जाए
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह देसी शराब का ठेका पहले केसरी खेड़ा फाटक पर संचालित था, लेकिन अब इसे स्थानांतरित कर पंडित खेड़ा, कृष्णा नगर में खोला जा रहा है। जैसे ही स्थानीय महिलाओं को इस फैसले की जानकारी हुई, उन्होंने एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन किया और अधिकारियों से इस फैसले को वापस लेने की मांग की।
प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना है कि रिहायशी इलाके में शराब का ठेका खुलना गलत निर्णय है। इससे इलाके में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा बढ़ेगा, जिससे महिलाओं और स्कूली बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। साथ ही, आसपास के दुकानदारों और स्थानीय निवासियों को भी कई समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।
इलाके के लोगों में नाराजगी, ठेका खुलने पर उग्र प्रदर्शन की चेतावनी
स्थानीय निवासियों ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांग पर ध्यान नहीं दिया गया और ठेका खोला गया, तो वे उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे। क्षेत्रवासियों का कहना है कि यह ठेका उनके सामाजिक परिवेश और शांति के लिए खतरा बन सकता है, इसलिए इसे किसी अन्य स्थान पर स्थानांतरित किया जाए।
प्रशासन का रुख स्पष्ट नहीं, लोग फैसले की वापसी की कर रहे मांग
विरोध के बावजूद अभी तक प्रशासन की ओर से कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं आई है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से अपील की है कि ठेका खोलने के फैसले पर पुनर्विचार किया जाए और इसे किसी सुनसान या गैर-रिहायशी इलाके में स्थानांतरित किया जाए।
समाजसेवियों ने भी किया समर्थन
विरोध कर रही महिलाओं को स्थानीय समाजसेवियों और जनप्रतिनिधियों का भी समर्थन मिल रहा है। कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कहा कि सरकार को ऐसे मामलों में जनता की भावनाओं को ध्यान में रखना चाहिए और उनकी सहमति के बिना इस तरह के निर्णय नहीं लेने चाहिए।
विरोध प्रदर्शन को देखते हुए यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है। यदि जल्द ही कोई संतोषजनक निर्णय नहीं लिया गया, तो विरोध और उग्र हो सकता है।
रिपोर्ट:कल्लू उर्फ रजनीश
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