स्टेट ब्यूरो हेड: योगेंद्र सिंह यादव, उत्तर प्रदेश
• थाना निगोही क्षेत्र में प्रतिबंधित गौवंशीय पशुओं की तस्करी के प्रयास को पुलिस ने नाकाम किया
• पुलिस मुठभेड़ में दो अभियुक्त घायल अवस्था में गिरफ्तार, कब्जे से अवैध शस्त्र व तस्करी से जुड़ी सामग्री बरामद
• दोनों अभियुक्तों पर दर्ज हैं कई संगीन मुकदमे, आपराधिक इतिहास खंगालने पर मिले चौंकाने वाले तथ्य
शाहजहाँपुर। जिले की निगोही थाना पुलिस ने गौवंश तस्करी के एक बड़े मामले में दो शातिर अपराधियों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। मुठभेड़ में दोनों अभियुक्तों को गोली लगी और उन्हें घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनके कब्जे से भारी मात्रा में अवैध शस्त्र, तस्करी में प्रयुक्त सामग्री और वाहन बरामद किया गया है।
पुलिस अधीक्षक शाहजहाँपुर के निर्देशन, अपर पुलिस अधीक्षक नगर के पर्यवेक्षण और क्षेत्राधिकारी सदर के नेतृत्व में चलाए जा रहे अभियान के अंतर्गत थाना निगोही पुलिस को यह सफलता मिली है।
घटना का विवरण:
दिनांक 31 मई 2025 की रात थाना निगोही क्षेत्र के ग्राम चक्रमली में एक बंद पड़े मकान के बाहर बोलेरो मैक्स वाहन में गौवंशीय पशुओं को लादे जाने की सूचना पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की। पुलिस को आता देख तस्कर मौके पर वाहन व पशुओं को छोड़कर फरार हो गए थे। मौके से 5 नंदी जिनके पैर व मुँह रस्सियों से बंधे थे, उन्हें पुलिस द्वारा मुक्त कराकर ग्राम प्रधान के सुपुर्द किया गया।
इस प्रकरण में थाना निगोही पर मु0अ0सं0 281/2025 अंतर्गत धारा 3/5क/8 गौवध निवारण अधिनियम व 11 पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु टीम गठित की गई थी।
गिरफ्तारी:
मुखबिर की सूचना पर दिनांक 3 जून 2025 को ग्राम इनायतपुर के पास पुरानी नहर कोठी के निकट रात करीब 1:58 बजे थाना निगोही पुलिस ने घेराबंदी की। इस दौरान अभियुक्तों द्वारा पुलिस पर फायरिंग की गई, जिसमें आत्मरक्षा में पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की। मुठभेड़ के दौरान अभियुक्त मो0 शानू पुत्र रहीस अहमद निवासी बरेली और अनीश पुत्र लल्लू उर्फ हिरना निवासी पीलीभीत के पैर में गोली लगने से वे घायल हो गए और पुलिस ने उन्हें धर दबोचा।
पूछताछ में बड़ा खुलासा:
पूछताछ में दोनों अभियुक्तों ने स्वीकार किया कि वे अपने अन्य साथियों मो0 शाकिर और धर्मवीर के साथ मिलकर गौवंशीय पशुओं की तस्करी करते थे। वे इन पशुओं को अन्य राज्यों में अधिक दामों पर बेचते थे, और कभी-कभी उनका वध कर मांस को भी अलग-अलग स्थानों पर बेचते थे।
बरामदगी:
- 02 अदद तमंचा 315 बोर
- 02 जिन्दा कारतूस, 02 खोखा कारतूस
- 01 कुल्हाड़ी, 02 छुरी, 01 बाका लोहे का
- 01 लकड़ी का गुटका, पीली रस्सी
- अर्टिगा कार, मोबाइल फोन (टेक्नो स्पार्क)
अभियुक्तों का आपराधिक इतिहास:
मो0 शानू पर बरेली जिले में हत्या, गौवध, पशु क्रूरता व आर्म्स एक्ट समेत 7 मुकदमे दर्ज हैं।
अनीश पर शाहजहाँपुर, बरेली व पीलीभीत में गौवध, पशु क्रूरता, एनडीपीएस, आर्म्स एक्ट आदि के 8 मुकदमे दर्ज हैं।
गिरफ्तार करने वाली टीम:
प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार सिंह सहित पुलिस उपनिरीक्षक प्रमोद कुमार, इरफान अली, ऋषिपाल सिंह, मोहित कुमार, पंकज कुमार, और कई आरक्षी शामिल रहे।
पुलिस अधीक्षक शाहजहाँपुर ने इस सफलता पर पूरी टीम को बधाई दी और अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई किए जाने की बात कही है। गिरफ्तार अभियुक्तों को उपचार के बाद न्यायालय में प्रस्तुत कर जेल भेजने की प्रक्रिया जारी है।
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