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नीलगाय की जान बचाकर छात्र डेविड रावत ने पेश की इंसानियत की मिसाल, काकोरी बना गवाह एक साहसी कार्य का

ब्यूरो रिपोर्ट: राहुल कुमार | सच की आवाज़ वेब न्यूज़

लखनऊ। एक ओर जहां अधिकतर लोग अपने कामों में व्यस्त रहते हैं और दूसरों की पीड़ा की अनदेखी कर देते हैं, वहीं दूसरी ओर लखनऊ के काकोरी क्षेत्र में एक छात्र ने ऐसा साहसी कार्य कर दिखाया, जिसने पूरे इलाके में इंसानियत और बहादुरी की मिसाल कायम कर दी।

घटना काकोरी थाना क्षेत्र के किसान पथ पुल के पास की है, जहां बह रही शारदा नहर में एक नीलगाय घंटों से फंसी हुई थी। वह जानवर पानी में डूबने से बचने के लिए संघर्ष कर रहा था, लेकिन आसपास से गुजरने वाले लोग केवल देखकर निकल जा रहे थे। किसी ने भी उसकी मदद करने का प्रयास नहीं किया।

इसी दौरान बाबू त्रिलोकी सिंह इंटर कॉलेज, काकोरी का छात्र डेविड रावत रोज़ की तरह अपने कॉलेज जा रहा था। जब उसकी नज़र नहर में तड़पती नीलगाय पर पड़ी, तो उसका दिल द्रवित हो उठा। उसने बिना कुछ सोचे-समझे अपने बैग को किनारे रखा और नहर में छलांग लगा दी।

नहर का बहाव तेज़ और पानी गहरा था, लेकिन डेविड ने अपनी जान की परवाह किए बिना नीलगाय को बचाने का जोखिम उठाया। कुछ देर की मेहनत के बाद वह नीलगाय को किनारे तक लाने में सफल रहा और उसकी जान बचा ली।

इस साहसिक कार्य को देखकर आसपास मौजूद लोग हैरान रह गए और फिर डेविड की जमकर सराहना करने लगे। इस घटना का वीडियो राहगीरों ने सोशल मीडिया पर साझा किया, जो अब तेजी से वायरल हो रहा है।

डेविड रावत मूल रूप से थाना पारा क्षेत्र के खुशहालगंज के रहने वाले हैं। वह पढ़ाई में होशियार और व्यवहार में बेहद विनम्र छात्र हैं। उनके इस कार्य ने न केवल स्कूल, बल्कि पूरे क्षेत्र को गर्व का अनुभव कराया है।

घटना के बाद से ही स्थानीय लोग, स्कूल प्रशासन और सामाजिक संस्थाएं डेविड की तारीफ कर रही हैं। कई लोगों ने उसे सम्मानित करने की मांग भी की है।

सच की आवाज़ वेब न्यूज़ की पूरी टीम की ओर से डेविड रावत को सलाम।
ऐसे युवा समाज को नई दिशा देने का कार्य करते हैं। डेविड रावत जैसे छात्र यह भरोसा दिलाते हैं कि आने वाली पीढ़ियाँ न केवल शिक्षित, बल्कि संवेदनशील और जिम्मेदार भी होंगी।

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