संवाददाता – शरद बाजपेई
सीतापुर। स्वतंत्रता दिवस का पर्व जहां देशभर में उल्लास और गर्व के साथ मनाया जा रहा था, वहीं सीतापुर जनपद के बिसवां ब्लॉक की ग्राम पंचायत जहांगीराबाद में जश्न मातम में बदल गया। तिरंगा लेकर लौट रहे तीन युवक अचानक करंट की चपेट में आ गए। हादसे में ग्राम प्रधान साजिदा खातून के पुत्र फहीम की मौत हो गई, जबकि दो युवक गंभीर रूप से झुलस गए।
. मृतक फहीम फ़ाइल फोटोध्वजारोहण के बाद रैली में हुआ हादसा
स्वतंत्रता दिवस पर सरदार वल्लभ भाई पटेल अमृत सरोवर तालाब पर ध्वजारोहण कार्यक्रम संपन्न हुआ। इसके बाद ग्राम पंचायत की ओर से रैली निकाली गई। इसी दौरान तीन युवक – विनय, एहरारा और फहीम – एक बाइक पर सवार होकर लौट रहे थे। उनके हाथ में लोहे के पाइप में लगा तिरंगा था। जैसे ही वे दानपुरवा–अहिरोरी मार्ग पर पहुंचे, तिरंगे का पाइप ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन से टकरा गया। देखते ही देखते तीनों युवक करंट की चपेट में आकर सड़क पर गिर पड़े।
अस्पताल ले जाते समय बुझ गई जिंदगी
मौके पर अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों ने किसी तरह झुलसे युवकों को निजी अस्पताल पहुंचाया। हालत गंभीर होने पर फहीम को जिला अस्पताल रेफर किया गया। परिजन उसे खैराबाद के एक निजी अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। 22 वर्षीय फहीम ग्राम प्रधान साजिदा खातून और मुनीर अहमद का पुत्र था। वह तीन भाइयों में दूसरे नंबर पर था और लकड़ी का काम करता था।
इलाज जारी, गांव में मातम
हादसे में झुलसे अन्य दो युवक अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। वहीं अचानक हुई इस दुर्घटना ने पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है और पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है।
पुलिस की जांच शुरू
सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है और आवश्यक विधिक कार्रवाई की जाएगी।
विशेष:-
फहीम : अधूरी रह गई ज़िंदगी
उम्र मात्र 22 वर्ष।
ग्राम प्रधान साजिदा खातून और मुनीर अहमद का बेटा।
तीन भाइयों में दूसरे नंबर पर।
रोज़ी-रोटी के लिए करता था लकड़ी का काम।
स्वतंत्रता दिवस पर हाथों में थामे तिरंगा उसकी अंतिम याद बन गया।
👉 अचानक हुई इस दुर्घटना ने परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। मोहल्ले और गांव के लोग फहीम की सादगी और मिलनसार स्वभाव को याद कर अश्रुपूरित श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
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