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कार्यक्रम की तस्वीरें |
स्टेट ब्यूरो हेड: योगेंद्र सिंह यादव, उत्तर प्रदेश
शाहजहांपुर, 6 अगस्त 2025। जनपद में गंगा, रामगंगा, गर्रा और खन्नौत नदियों के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी है। प्रशासन ने संभावित बाढ़ की स्थिति को देखते हुए पूरी तैयारी कर ली है और प्रभावित क्षेत्रों में राहत व बचाव कार्य तेज कर दिए गए हैं।
जिलाधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, नरौरा बैराज से गंगा नदी में 1,15,180 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। वहीं, देऊनी डैम से गर्रा नदी में 8041 क्यूसेक, कटना नदी से 1500 क्यूसेक और बखरा नदी से 600 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। पिछले 24 घंटों में जिले में 90.5 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जबकि 72 घंटे में कुल 106 मिमी वर्षा हुई है।
गंगा नदी का कछला गेज 162.420 मीटर पर है, जो डेंजर फ्लड लेवल से केवल 0.020 मीटर ऊपर है। रामगंगा नदी का हवरी घाट गेज 134.600 मीटर पर है, जो खतरे के निशान से 2.700 मीटर नीचे है। गर्रा और खन्नौत नदियों का जलस्तर भी अभी खतरे के निशान से नीचे है, लेकिन लगातार बारिश और पानी छोड़े जाने के कारण बढ़ने की संभावना है।
अपर जिलाधिकारी (वि./रा.) अरविन्द कुमार ने आज तहसील सदर के लोधीपुर कॉलोनी में लो-लैंड एरिया के 8 से 10 प्रभावित परिवारों को बाढ़ शरणालय एनटीआई स्कूल में पहुंचाया। यहां उनके लिए सुबह नाश्ता, बच्चों व बुजुर्गों के लिए दूध, दोपहर का भोजन और रात का खाना, स्वच्छ बिस्तर, पेयजल और बिजली की पूरी व्यवस्था की गई है।
जनपद में राहत कार्य के लिए कलान में 16 नावें, जलालाबाद में 12 नावें, सदर में 5 मोटर बोट व 10 नावें तैनात की गई हैं। पशुओं के लिए भूसा-चारे की व्यवस्था भी की गई है। बाढ़ से निपटने के लिए शासन द्वारा पहले से ही एक पीएसी टीम आवश्यक उपकरणों सहित भेजी जा चुकी है।
प्रशासन ने बताया कि कलेक्ट्रेट कार्यालय में 24×7 कंट्रोल रूम संचालित है। बाढ़ से संबंधित जानकारी के लिए 05842-220018, 462754, 351037, 351038 नंबरों पर संपर्क किया जा सकता है।
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