स्टेट ब्यूरो हेड योगेन्द्र सिंह यादव ✍🏻
शाहजहाँपुर।
माननीय राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली के निर्देशानुसार दिनांक 13 दिसंबर 2025 (शनिवार) को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण शाहजहाँपुर के तत्वावधान में दीवानी न्यायालय परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता माननीय प्रशासनिक न्यायमूर्ति, उच्च न्यायालय इलाहाबाद श्री दीपक वर्मा ने की। इस अवसर पर जनपद एवं सत्र न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री विष्णु कुमार शर्मा सहित अनेक न्यायिक अधिकारी, बैंक अधिकारी, अधिवक्ता एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
1.39 लाख से अधिक वादों का निस्तारण
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री ओम प्रकाश मिश्र-तृतीय ने जानकारी दी कि राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न प्रकृति के कुल 1,39,518 वादों का निस्तारण किया गया।
- न्यायालयों में लंबित 12,336 वादों के निस्तारण से ₹6,71,78,184/- जुर्माना वसूला गया।
- 120,783 राजस्व वादों का निस्तारण किया गया।
- 5,078 ऑनलाइन चालान मामलों में ₹11,78,400/- शमन शुल्क वसूला गया।
- 1,317 प्री-लिटिगेशन बैंक ऋण मामलों में ₹9,15,71,700/- के ऋण खातों का समझौता कराया गया।
पुराने वादों का भी समाधान
राष्ट्रीय लोक अदालत में 1993 से लंबित 32 वर्ष पुराने मामलों सहित कुल 08 पुराने वादों का निस्तारण किया गया, जिससे वर्षों से लंबित विवादों को न्यायिक समाधान मिला।
मोटर दुर्घटना एवं पारिवारिक मामलों में बड़ी राहत
- मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण द्वारा 83 मामलों का निस्तारण कर ₹5,71,34,400/- प्रतिकर राशि का आदेश पारित किया गया।
- पारिवारिक न्यायालय द्वारा 12 वैवाहिक जोड़ों के बीच समझौता कराकर उन्हें पुनः साथ रहने के लिए राजी किया गया।
- पारिवारिक एवं फौजदारी मामलों में कुल मिलाकर दर्जनों वादों का निस्तारण किया गया।
कारागार व बालगृह की प्रदर्शनी बनी आकर्षण
लोक अदालत परिसर में जिला कारागार शाहजहाँपुर एवं राजकीय बालगृह (शिशु व बालक) द्वारा निर्मित हस्तशिल्प उत्पादों की प्रदर्शनी एवं स्टॉल लगाए गए, जिनकी माननीय अतिथियों एवं आमजन द्वारा सराहना की गई। कई उत्पादों की बिक्री भी हुई।
लोक अदालत का महत्व बताया
माननीय प्रशासनिक न्यायमूर्ति श्री दीपक वर्मा ने लोक अदालत के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह मंच दीवानी, आपराधिक एवं पारिवारिक विवादों को सौहार्दपूर्ण, त्वरित एवं निष्पक्ष तरीके से सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और इससे पारंपरिक न्यायालयों पर बोझ कम होता है।
कार्यक्रम का संचालन सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री ओम प्रकाश मिश्र-तृतीय द्वारा किया गया। संपूर्ण आयोजन सफल रहा और न्यायिक व्यवस्था में लोक अदालत की उपयोगिता को पुनः सिद्ध किया।

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