संवाददाता: सीतापुर
सीतापुर जिला अस्पताल के लिए शुक्रवार का दिन ऐतिहासिक रहा जब ब्लड बैंक को "ब्लड कंपोनेंट सेपरेटर यूनिट" का लाइसेंस भारत सरकार से मिल गया। अब जिले में गंभीर रोगियों को प्लेटलेट्स, प्लाज्मा और रेड सेल्स जैसे रक्त के घटक स्थानीय स्तर पर ही उपलब्ध हो सकेंगे।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. इंद्र सिंह ने इस उपलब्धि की जानकारी जिलाधिकारी कार्यालय में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में दी। उन्होंने बताया कि अब थैलीसीमिया, कैंसर, ब्लीडिंग डिसऑर्डर और गम्भीर सर्जरी के रोगियों को समय से आवश्यक ब्लड कंपोनेंट उपलब्ध कराया जा सकेगा।
इस मौके पर जिलाधिकारी अभिषेक आनंद ने कहा कि “यह यूनिट जिले की स्वास्थ्य सेवाओं के लिए मील का पत्थर साबित होगी और ज़रूरतमंद मरीजों को समय पर जीवनरक्षक उपचार मिलेगा। अब मरीजों को लखनऊ जैसे बड़े शहरों का रुख नहीं करना पड़ेगा।”
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी निधि बंसल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुरेश कुमार, और महिला जिला अस्पताल की CMS डॉ. सुनीता कश्यप भी मौजूद रहीं।
स्वास्थ्य विभाग की इस उपलब्धि पर जिले के विभिन्न अस्पतालों के अधीक्षकों ने भी खुशी जताई, जिनमें प्रमुख रूप से:
- डॉ. अरविंद बाजपेयी (अधीक्षक, लहरपुर)
- डॉ. धीरज मिश्रा (अधीक्षक, गोंडलामऊ)
- डॉ. संतोष चौधरी (अधीक्षक, पिसावां)
- डॉ. दीपक यादव (अधीक्षक, परसेंडी)
- डॉ. अमित कपूर (अधीक्षक, बिसवां)
- डॉ. मनोज देशमणि (डीटीओ, सीतापुर)
सीतापुर के नागरिकों और मरीजों के लिए यह कदम एक बड़ी राहत बनकर सामने आया है।
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