स्टेट ब्यूरो हेड: योगेंद्र सिंह यादव, उत्तर प्रदेश
शाहजहांपुर। जनपद के थाना कांट क्षेत्र में पंजाब नेशनल बैंक शाखा में हुई चोरी की साजिश का पुलिस ने सफलतापूर्वक पर्दाफाश कर दिया है। कांट पुलिस टीम ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर उसके पास से ₹1715 नगद बरामद किए हैं, जो बैंक व अन्य दुकानों से हुई पुरानी चोरियों में उसका हिस्सा बताया गया है।
यह सफलता पुलिस अधीक्षक शाहजहांपुर के दिशा-निर्देशों पर, अपर पुलिस अधीक्षक नगर के निर्देशन में, और क्षेत्राधिकारी सदर के पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक थाना कांट के नेतृत्व में मिली है।
🔍 घटना का विवरण:
दिनांक 16 जुलाई 2025 को वादी देवेश कुमार, जो पीएनबी ददरौल शाखा में कार्यरत हैं, ने थाना कांट में शिकायत दर्ज कराई थी कि रात्रि में अज्ञात चोरों ने बैंक का ताला तोड़कर अंदर घुसने का प्रयास किया। इस संबंध में मु0अ0सं0 336/2025 धारा 61(2)(b)/331(4)/305(e)/62 BNS व 3/25 आयुध अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया।
👮 गिरफ्तारी का विवरण:
दिनांक 20 जुलाई 2025, समय दोपहर 12:33 बजे, थाना कांट पुलिस टीम ने सूचना के आधार पर गांव बाबरपुर की ओर जाने वाले रास्ते पर करीब 100 कदम की दूरी पर से अभियुक्त सुखपाल पुत्र छंगालाल (उम्र 22 वर्ष), निवासी ग्राम साहबगंज, थाना सेहरामऊ दक्षिणी को गिरफ्तार किया।
अभियुक्त के पास से ₹1715 नगद बरामद हुए, जो कि पूर्व में हुई चोरियों से प्राप्त रकम में से बचे हुए पैसे थे।
🕵️♂️ पूछताछ में बड़ा खुलासा:
पूछताछ के दौरान अभियुक्त सुखपाल ने स्वीकार किया कि:
- उसने अपने साथियों के साथ मिलकर कांट कस्बे की सुनार की दुकान, मेडिकल स्टोर और मोबाइल रिपेयरिंग शॉप में चोरियां की थीं।
- सुनार की दुकान से ₹1500 और कुछ चांदी, मेडिकल स्टोर से ₹40,000, और मोबाइल की दुकान से मोबाइल फोन व पार्ट्स चुराए गए थे।
- चुराई गई चांदी को शाहजहांपुर रेलवे स्टेशन के पास एक अनजान व्यक्ति को ₹15,000 में बेचा गया, जबकि मोबाइल पार्ट्स गर्रा नदी में फेंक दिए गए।
- बैंक चोरी की योजना 15 जुलाई 2025 को अपने साथियों इच्छाराम, किशन, शंकर और विपिन के साथ मिलकर बनाई गई थी।
- विपिन ने पहले ही बैंक की रेकी की थी लेकिन चोरी की रात वह मौके पर नहीं पहुंचा।
- किशन, शंकर और इच्छाराम ने बैंक का ताला और कैमरा तोड़ा, जबकि सुखपाल बाहर से निगरानी कर रहा था।
बैंक के ताले तोड़ने से पहले इन लोगों ने दीवार तोड़ने की कोशिश की थी, लेकिन दीवार मजबूत होने के कारण असफल रहे।
👨✈️ गिरफ्तारी टीम का विवरण:
- उप निरीक्षक पंकज कुमार
- उप निरीक्षक घनश्याम बहादुर
- कांस्टेबल राहुल कुमार (नं. 2743)
🧾 अभियोग व बरामदगी का सारांश:
- पंजीकृत अभियोग: मु0अ0सं0 336/2025 धारा 61(2)(b)/331(4)/305(e)/62 BNS व 3/25 आयुध अधिनियम
- बरामदगी: ₹1715 नकद
- अपराधिक इतिहास: उपरोक्त मुकदमा अभियुक्त के नाम पर दर्ज है
✅ महत्त्वपूर्ण तथ्य और निष्कर्ष:
- कांट पुलिस ने एक संगठित चोरी गिरोह की पहचान कर ली है, जिनमें से एक अभियुक्त को पकड़ लिया गया है।
- यह गिरफ्तारी केवल एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि एक पूरी साजिश का पर्दाफाश है, जिसमें बैंक, दुकानें और बहु-चरणीय योजनाएं शामिल थीं।
- पूछताछ से मिले इनपुट पर आधारित पुलिस अब अन्य फरार आरोपियों की तलाश में दबिशें दे रही है।
थाना कांट पुलिस की तत्परता और विवेकपूर्ण कार्रवाई अपराधियों के लिए स्पष्ट संदेश है कि कानून से बचना संभव नहीं।
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